पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने 2.50 रुपए के कटौती का बड़ा ऐलान किया है। पेट्रोल और डीजल पर 1.50 रूपए की एक्साइज ड्यूटी घटाई गई है। इस तरह से पेट्रोल-डीजल की भारी कीमतों का मार झेल रही जनता के लिए ये थोड़ी सी राहत की खबर है। आज वित्त मंत्री ने पेट्रोल और डीजल पर से एक्साइज ड्यूटी घटाने का निर्णय लिया है। इससे पहले पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, वित्तमंत्री अरूण जेटली और वित्त सचिव ने पेट्रोल की बढ़ी कीमतों पर रोक लगाने के उपायों के बारे में चर्चा की। इस बारे मेंं बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी दोनों मंत्रीयों की बात हुई थी। जिसके बाद से ऐसे आसार थे कि वित्तमंत्री पेट्रोल-डीजल के एक्साइज ड्यूटी में कमी कर सकते हैं और जनता को कुछ राहत दे सकते हैं।
क्या कहा वित्तमंत्री अरूण जेटली ने- वित्तमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकारें भी अपने अनुसार दाम घटाएं ताकि जनता को 5 रूपए तक की राहत मिले। राज्य सरकारें अपने स्तर पर दाम घटाने की कोशिश करें। जेटली ने कहा कि बाहरी दबावों के वजह से दाम बढ़े हैं और कच्चे तेल के दाम रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि अमेरिका में ब्याज दर सात साल के सबसे ऊंचे स्तर पर है, इस तरह की अमेरिकी नीति का दुनिया भर में असर पड़ता है और कच्चे तेल की कीमत 86 डॉलर प्रति बैरल हो चुका है। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि बाकी आर्थिक मोर्चों पर हम बेहतर हैं।
उन्होंने बताया है कि केंद्र सरकार ने अंतरमंत्रालयी पहल करते हुए रेवन्यू और पेट्रोलियम मंत्रालय से बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में 2 रूपए की छूट की थी। हम तभी कोई छूट दे सकते हैं जब हमारी राजस्व की क्षमता बढ़ेगी।
जेटली ने कहा है कि हमने तेल कंपनियों को 10 बिलियन डॉलर विदेशी ऑयल बॉन्ड के जरिए उठाने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इंपोर्ट पर लगाम लगाने की कोशिश की है। उन्होंने जीडीपी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि पिछली तिमाही में 8.5% की ग्रोथ दिखी है।
वित्त मंत्री ने कहा है कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों पर अमेरिका के बाजारों में हो रहे बदलाव का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन हमारे घरेलू आंकड़े अच्छे हैं। हालांकि कच्चे तेल में बढ़ोतरी के चलते फिलहाल चुनौती है लेकिन अन्य मोर्चों पर हम स्थिर हैं।