अगर रहना चाहते हैं दिल की बीमारियों से दूर, तो अवश्य कराएं यह जांच
हमारे शरीर में हमारा दिल शरीर का सबसे ज्यादा संवेदनशील और महत्वपूर्ण अंग माना जाता है अगर दिल से संबंधित किसी भी प्रकार की बीमारी हो जाए तो यह काफी जानलेवा साबित होती है यह व्यक्ति को संभलने का अवसर भी नहीं देती है जानलेवा बीमारियां होने का मुख्य कारण व्यक्ति का गलत खानपान और अनियमित जीवनशैली होता है, दिल से संबंधित आम बीमारियों में हार्ट अटैक, धमनियों का संकरा हो जाना, दिल की धड़कन का अनियमित हो जाना जैसी समस्या है, इनमें से बहुत सी बीमारियां व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित होती है आजकल के समय में युवावस्था में ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि उनको कोई बीमारी नहीं हो सकती? परंतु उन लोगों का यह सोचना बिल्कुल गलत है, जब व्यक्ति की उम्र 40 की हो जाती है तो उसको तरह-तरह की बीमारियां अपने शिकंजे में घेर लेती है इसलिए अगर आप दिल से संबंधित बीमारियों का पता लगाना चाहते हैं तो आपको कुछ जांच करवाना बहुत ही जरूरी है ताकि समय रहते आप इन समस्याओं का पता लगा सके और इसका इलाज ठीक प्रकार से करवा पाए।
आज हम आपको इस लेख के माध्यम से दिल की बीमारियों के लिए कौन-कौन से जांच जरूरी है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
आइए जानते हैं दिल की बीमारियों से बचे रहने के लिए हमको कौन-कौन से टेस्ट करवाना है जरूरी
कोलेस्ट्रोल जांच करवाएं
दिल से संबंधित बीमारियों का पता लगाने के लिए कॉलेस्ट्रॉल जांच करवाना बहुत ही जरूरी है डॉक्टर कोलेस्ट्रोल स्तर को दूसरे रिस्क फैक्टर जैसे पारिवारिक इतिहास स्मोकिंग और हाई बीपी आदि को भी ध्यान में रखते हुए आंकते हैं।
अगर सीने में दर्द उठे तो करवाए यह जांच
आप ईसीजी टेस्ट करवा सकते हैं ईसीजी कम समय में होने वाला सुरक्षित दर्द रहित और कम खर्च वाला टेस्ट होता है जिसे हृदय की किसी समस्या की आशंका होने पर किया जाता है इस जांच के माध्यम से हृदय से संबंधित बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।
शुरुआती लक्षणों के लिए जरूरी है यह टेस्ट
यदि आप ईसीजी/स्ट्रेस टीएमटी टेस्ट करवाते हैं तो इससे हृदय के संचालन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के शुरुआती संकेत मिल जाते हैं यह हृदय की देखभाल का प्रारंभिक टेस्ट होता है जिसके पश्चात आप अन्य टेस्ट करवा सकते हैं।
सिटी हार्ट स्कैन करवाएं
यह हार्ट इमेजिंग टेस्ट होता है इसे सिटी तकनीक से दिल की संरचना कोरोनरी सरकुलेशन और रक्त नलिकाओं की स्थिति का पता लगाने के लिए होता है।
कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी
यदि रक्त प्रवाह में किसी प्रकार की कोई रुकावट होती है तो आप कोरोनरी सीटी एंजियोग्राफी टेस्ट करवा सकते हैं इससे धमनियों की दीवारों पर कैल्शियम जमा होने का पता लगता है इसमें किसी भी प्रकार का चीर फार नहीं किया जाता है इस प्रक्रिया में 30 मिनट का समय लगता है।
इकोकार्डियोग्राफी टेस्ट
हृदय के कामकाज को समझने के लिए इकोकार्डियोग्राफी टेस्ट किया जाता है यह दिल के कामकाज के जरूरी कार्यों की जानकारी देता है अगर आप इस टेस्ट को करवाते हैं तो इसकी सहायता से इस बात का पता लगाया जा सकता है कि हृदय की मांसपेशियों को कितना खून मिल रहा है।