रिलेशनशिप की होने वाली है शुरुआत, तो पार्टनर से पूछें ये सवाल
पहली ही नजर में कोई आपके दिल में बस गया और अब अपना सारा वक्त उसी के साथ बिताना चाहते हैं ये खुमारी और बढ़ जाती है जब आपको पता चलता है कि सामने वाला भी आपके लिए वैसा ही फील करता है। प्यार में पड़े लोगों के साथ ऐसा ही होता है। हालांकि आज कल के दौर में लोग जिस तेजी के साथ रिलेशनशिप में आते हैं उतनी ही तेजी से बाहर भी निकल जाते हैं, लेकिन आपको इस बारे में सोचना चाहिए। रिश्ता शुरु करते ही खत्म करने से बेहतर है कि आप कुछ सवालों का जवाब जान लें जिससे आपको रिश्ते चलाने में आसानी रहे।
अगर आपको कोई देखते ही बहुत अच्छा लगने लगा और आप इसे प्यार समझ रहे हैं तो हो सकता है आप गलत हों। आकर्षण और प्रेम में बहुत अंतर होता है। अगर आप सामने वाले की ओर आकर्षित हैं तो इसे रिलेशन का रुप देने से पहले थोड़ा वक्त लें और अपना पार्टनर से जान लें कि वो आपको लेकर किस तरह के भाव रखता है।
हो सकता है कि कुछ वक्त बाद आपका आकर्षण खत्म हो जाए, लेकिन सामने वाला आपके लिए वैसा ही महसूस करता रहे तो रिश्ता खत्म करने में तकलीफ होगी।
अच्छी दोस्ती हर रिश्ते को बचा लेती है। अगर आप नया रिलेशन शुरु करने वाले हों तो दोस्ती को आधार बनाएं।
जब आप एक दूसरे के दोस्त रहेंगे तो आपको असहजता महसूस नहीं होगी और आप अपनी बात ज्यादा खुलकर सामने रख पाएंगे। साथ ही दोस्ती का रिश्ता जल्दी टूटता नहीं तो ये आपके रोमांटिक रिलेशन के लिए भी अच्छा साबित हो सकता है।
अपने रिश्ते का भविष्य जान लें। रिलेशन की शुरुआत करते ही शादी या किसी गंभीर मुद्दे पर बात करना आसान तो नहीं होता, लेकिन अगर आप रिश्ते को गंभीरता से लेते हैं तो आप चाहेंगे की आपके रिश्ते का भविष्य हो। अपने पार्टनर से जानने की कोशिश करें की रिश्ते के भविष्य पर उनकी क्या राय है?
किसी भी रिश्ते की शुरुआत करने से पहले ही ये समझ लें कि आपको एक दूसरे को बराबर का दर्जा देना है। ना ही आप रिश्ते में कंट्रोल रखने की कोशिश करें ना ही खुद कंट्रोल रखें। जिस रिश्ते में प्यार को दबाने की कोशिश की जाती है वहां रिश्ते टूटने लगते हैं। अपने पार्टनर से इस बारे मे बात करें और तय करें कि आप कितनी सीमा तक अपना प्यार ले जाना चाहेंगे।
क्या आप एक दूसरे को वक्त देने के लिए तैयार हैं? ये किसी भी रिलेशशिप में सबसे ज्यादा जरुरी बात होती है। सिर्फ प्यार को स्वीकार कर लेना बड़ी बात नहीं है। उस रिश्ते को निभाना ज्यादा मायने रखता है। आप ये तय कर लें कि क्या आप एक दूसरे को वक्त दे सकते हैं या सिर्फ समय बीताने के लिए एक दूसरे से बात कर रहें हैं। जब तक रिश्तों में भावना नहीं रहेगी किसी भी रिश्ते के चलने के आसार कम होंगे।
ये भी जानना जरुरी है कि आप जिसे अपने जीवन में आने दे रहे हैं या जिसके जीवन में खुद जा रहे हैं उससे जुड़ी अच्छी बुरी हर तरह की स्तिथि से निपटने को तैयार हैं। रिलेशनशिप में होने का मतलब सिर्फ घूमने फिरने से नहीं हैं आप एक दूसरे के बुरे वक्त में कितना साथ देना चाहते हैं ये ज्यादा मायने रखता है।