गांधी जयंती : इस वजह से सूट-बूट छोड़कर ‘धोती’ पहनी थी गांधी जी ने, जानिए कारण
लड़की की खड़ाऊ पहने, ऐनक लगाए, हाथ में छड़ी और सफेद या खादी धोती पहने जब सड़क पर महात्मा गांधी निकलते थे तब वे अकेले नहीं होते थे क्योंकि उनके पीछे पूरा देश चल पड़ता था. कुछ ऐसा व्यक्तित्व रखते थे गांधी जी लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जवानी के दिनों में भी गांधी जी यही पहनते होंगे ? कभी सोचा है कि क्या गांधी जी हमेशा से ही अहिंसात्मक स्वभाव के थे या हमेशा से ही देशसेवा में लगे रहे ? आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसका जवाब देंगे. गांधी जी पहले बिल्कुल फिरंगी की तरह रहते थे, पार्टी, नाच गाना सब उनके जीवन शैली का हिस्सा था लेकिन एक समय आया कि इस वजह से सूट-बूट छोड़कर ‘धोती’ पहनी थी गांधी जी ने, उनके ऐसा करने की वजह बहुत दिलचस्प है, चलिए आगे बताते हैं आपको.
इस वजह से सूट-बूट छोड़कर ‘धोती’ पहनी थी गांधी जी ने
1. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1969 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. इनके पिता करमचंद गांधी पोरबंदर के दीवान थे और इनकी मां पुतलीबाई एक गृहिणी थी.
2. महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था. साल 1887 में गांधी जी ने अपनी मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की और साल 1888 में भावनगर के सामलदास कॉलेज में एडमिशन लिया और यहां से डिग्री भी प्राप्त की.
3. महात्मा गांधी का विवाह उनकी 13 साल की उम्र में कस्तूरबा से हो गया था. उस समय कस्तूरबा की उम्र 14 साल थी. साल 1888 में इऩ्होंने पहले बेटे हरीलाल को जन्म दिया था इसके बाद मनीलाल, देवदास और रामदास नाम के इनके तीन और बेटे हुए थे.
4. साल 1888 में ही वे लॉ की पढ़ाई के लिए लंदन गए और वहां से बेरिस्टर बनकर वापस आए. साल 1894 में किसी कानूनी विवाद को लेकर गांधी जी दक्षिण अफ्रिका गए. वहां होने वाले अन्याय के खिलाफ उन्होंने अवज्ञा आंदोलन चलाया जिसके बाद ही वे भारत लौटे.
5. साल 1916 में गांधी जी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापस आए और फिर हमारे देश की आजादी के लिए अपने कदम उठाया. साल 1920 में कांग्रेस लीडर बाल गंगाधर तिलक की मृत्यु के बाद गांधीजी ही कांग्रेस के मार्गदर्शक बने थे.
6. साल 1921 में गांधी जी पहली बार तमिलनाडु के एक शहर में मदुरई में सिर्फ धोती पहने नजर आए थे. इसके पहले साल 1917 में जब गांधी जी चंपारन के मोतिहारी स्टेशन पर किसानों से मिलने आए गए थे.
7. किसानो ने बताया कि उनके ऊपर बहुत जुल्म हुए हैं और नील फैक्ट्रियों के मालिक उनको जूते नहीं पहनने देते. इस बात पर बापू पर ऐसा हुआ कि उन्होंने जूते ना पहनने का फैसला किया.
8. महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी खेती करने वाली महिलाओं को साफ-सफाई के बारे में बताने गईं. उन्होंने देखा कि बहुत सी महिलाएं गंदी साड़ी पहनी थी, कस्तूरबा ने उन्हें समझाने की कोशिश की.
फिर एक महिला ने उनसे कहा कि वे बापू से कहें कि वे उसे एक साड़ी दिलवा दें. जिससे वे साड़ी धोकर और बदलकर पहन सकें. इस बात को सुनते ही गांधी उस महिला से मिले और अपना चोगा उतार कर दे दिया. इसके बाद वे सिर्फ धोती ही पहनने लगे.
9. 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी. उन्हें 3 गोलियां मारने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और गांधी जी के मुंह से सिर्फ हे राम ही निकला.
10. साल 2007 में यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेम्बली ने गांधी जी के जन्मदिवस यानी 2 अक्टूबर को इंटरनेशनल डे ऑफ नॉनवायलेंस के रूप में घोषित किया.