कांग्रेस ने ली बीजेपी पे चुटकी “पर्रिकर के पास राफेल से जुड़ी जानकारी इसलिए नहीं मांगा इस्तीफा”
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की सेहत खराब हो जाने के बाद से गोवा में सरकार बचाने को लेकर कवायद जारी है। पिछले दिनों गोवा की सियासत तब और गरमा गई थी जब गोवा में सबसे ज्यादा सीटों वाली कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा ठोक दिया था। इसी बीच गोवा सरकार में फेरबदल हुआ है। और पर्रिकर के मंत्रीमंडल से दो मंत्रियों को बाहर निकाला गया है, जबकि मनोहर पर्रिकर, मुख्यमंत्री पद पर बने हुए हैं।
ये मंत्री पांडुरंग मडकईकर और फ्रांसिस डिसूजा हैं जो पिछले कुछ समय से बीमार होने के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। इन दो मंत्रियों के जगह दो नए मंत्रियों को जगह दी गई है। जिनके नाम निलेश काबराल और मिलिंद नाईक हैं। इन दोनों ही मंत्रियों को तब बाहर किया गया है जब खुद मुख्यमंत्री पर्रिकर बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं।
अमित शाह ने दिए थे फेरबदल के संकेत- रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि पर्रिकर मुख्यमंत्री बने रहेंगे। जबकि गोवा के प्रदेश मंत्रीमंडल में जल्द ही फेरबदल किया जाएगा। पांडुरंग मडकईकर बिजली मंत्री थे तो डिसूजा शहरी विकास मंत्री के पद पर आसीन थे।
गोवा में राजनीतिक अस्थिरता- गोवा में मुख्यमंत्री के बीमार पड़ने की वजह से पिछले कई दिनों से राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। प्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टियों ने भी मुख्यमंत्री बदलने की मांग की थी। इसके बाद सबसे ज्यादा सीटों वाली कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था।
गोवा में गठबंधन की सरकार- आपको बता दें कि गोवा 40 विधानसभा सीटों वाला राज्य है। जिसमें बीजेपी गठबंधन से अपना सरकार चला रही है। बीजेपी के पास 14 के साथ गोवा फॉरवर्ड पार्टी, और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन तीन विधायकों का समर्थन हासिल है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी बीजेपी को समर्थन दे रही हैं।
कांग्रेस ने किया करारा हमला- कांग्रेस ने पिछले दिनों कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा नहीं मांग सके, क्योंकि पर्रिकर के पास राफेल डील से जुड़े कई ऐसी जानकारियां हैं जिसे पर्रिकर ब्लैकमेल के लिए इस्तेमाल कर सकते थे।
गोवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूँ कि तत्कालिन रक्षा मंत्री और वर्तमान मेंं गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर के पास राफेल सौदे से जुड़ी कई अहम जानकारियां हैं। इसी वजह से मोदी और शाह में पर्रिकर से इस्तीफा मांगने का साहस नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा घोटाला है। उन्होंने ने पर्रिकर पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीमार चल रहे पर्रिकर ने पिछले सात महीने से प्रदेश के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। इससे प्रदेश की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।