चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित कर सकती है मोदी केयर योजना, इन राज्यों को नहीं मिलेगा लाभ
नई दिल्ली: पीएम मोदी और भाजपा की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत लॉंच हो गयी है। 25 सितम्बर से यह पूरे देश में लागू भी हो जाएगी। जानकारों का कहना है कि देश के 50 करोड़ ग़रीबों को मुफ़्त इलाज की सुविधा देने वाली मोदी केयर योजना का इस साल के अंत में होने वाले पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा के चुनाव में काफ़ी लाभ मिल सकता है। यह भाजपा के लिए बड़ा सियासी फ़ायदा पहुँचाने वाला हो सकता है।
केंद्र सरकार ने बीमारी के कारण ग़रीब बनने वाले और ग़रीब होने की वजह से इलाज ना कर पानें वाले लोगों को राहत देने के लिए एक महत्वपूर्ण क़दम उठाया है। भारत में अभी जीडीपी का केवल 1 प्रतिशत लोगों के स्वास्थ्य पर ख़र्च होता है। यह पूरे विश्व में सबसे कम है। हर साल देश के लगभग 7 प्रतिशत लोग इलाज करवानें की वजह से ग़रीब हो जाते हैं। एक ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार भारत मी हर साल लगभग 5.5 करोड़ लोग बीमारी की वजह से ग़रीब बन जाते हैं। बता दें यह योजना अभी केवल भाजपा शासित राज्यों में ही शुरू की गयी है। ग़ैर भाजपा शासित राज्यों में यह योजना लागू नहीं है।
दिल्ली, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, तेलंगाना और पंजाब ने अभी केंद्र के साथ इस योजना के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इनका तर्क है वे ख़ुद ऐसी योजनाएँ चला रहे हैं या चलाना चाहते हैं। योजना का शुभारम्भ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत विश्व के लिए एक बड़ी मिसाल बनेगी। दुनिया के किसी देश में इतनी बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना नहीं चल रही है। लोग मोदी केयर व अन्य नाम दे रहे हैं, लेकिन मेरे लिए यह दरिद्रनारायण की सेवा है। विश्व के चिकित्सा और समाज विज्ञान के शोधार्थी इसपर शोध करेंगे।
जाति-धर्म देखकर पिछली सरकार ने बनाई योजनाएँ:
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने ग़रीबी को जीया है। एक स्वाभिमान है जो ग़रीबों को जीने की आदत देता है। हमने बीमारी की जड़ को पकड़ा है। देश ग़रीबी से तेज़ी से मुक्ति की तरफ़ बढ़ रहा है। एक संस्था ने बताया कि दो तीन सालों में देश के 5 करोड़ से ज़्यादा लोग ग़रीबी तबके से ऊपर उठे हैं। पिछली यूपीए सरकार को घेरते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी ख़ज़ाने को लूटा है। जाती धर्म देखकर योजनाएँ बनाई गई। आयुष्मान भारत में सम्प्रदाय, जाती, ऊँच-नीच के आधार पर भेदभाव नहीं होगा।
यक़ीनन मोदी सरकार की यह योजना देश के लिए बड़ी उपलब्धि हो सकती है। इसके साथ ही यह योजना आने वाले चुनावों में भाजपा की जीत भी सुनिश्चित कर सकती है। देश में आज भी सबसे ज़्यादा ग़रीब तबके के लोग रहते हैं। ग़रीब लोगों की सबसे बड़ी परेशानी बीमारी के समय इलाज करवाना ही है। इलाज की कमी की वजह से हर साल कई ग़रीब दम तोड़ देते हैं। लेकिन आयुष्मान भारत के लॉंच होने के बाद यक़ीनन ग़रीबों को इसका लाभ मिलेगा और वह अपना इलाज बेहतर तरीक़े से सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में करवा पाएँगे।