पीएम मोदी आज करेंगे आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत, जानिए कौन होंगे इस योजना के लाभार्थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड के दौरे पर होंगे। इसी दौरान पीएम मोदी सरकार की मदद से चलने वाली दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर कार्यक्रम आयुष्मान भारत की शुरूआत करेंगे। बता दें कि पीएम मोदी ने लाल किले से आयुष्मान भारत योजना के शुरूआत की घोषणा की थी। सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना कहा जाने वाला आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थय सुरक्षा मिशन की शुरूआत प्रधानमंत्री मोदी आज झारखंड की राजधानी से रांची से करेंगे। इस योजना के लक्ष्य के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को पांच लाख रूपए से लेकर दस करोड़ रूपए तक का स्वास्थय कवरेज देना है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- इस योजना का नाम बदलकर अब प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कर दिया गया है। इसके तहत 10.74 करोड़ गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा। इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं। यह लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थय सेवाएं उपलब्ध कराएंगी।
इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्चे में कमी आएगी। इस योजना के पात्र लोग सरकारी अस्पतालों में और सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
कौन लोग होंगे इस योजना के पात्र- जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थय बीमा योजना है उसके लाभार्थी इस योजना के अंतर्गत आएंगे। इस योजना के अंतर्गत गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आएंगी। सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 करोड़ परिवार हैं। जो इस नई योजना के लाभार्थी होंगे।
प्रधानमंत्री करेंगे योजना की शुरूआत- नीति आयोग ने कहा है कि प्रधानमंत्री 23 सितंबर को इस योजना की शुरूआत करेंगे। लेकिन यह पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर से लागू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना की शुरूआत झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान से करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम को केंद्र की 60 फीसदी मदद मिलेगी जबकि 40 फीसदी मदद राज्य सरकार देगी।
पांच साल में 2 लाख भर्तियां होंगी- इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए आने वाले पांच सालों में 2 लाख भर्तियां की जाएंगी। जबकि हाल में इस योजना के लिए 1 लाख पदों पर भर्ती होगी। इन भर्तियों के लिए स्वास्थय मंत्रालय ने कौशल विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता किया है। मंत्रालय के अनुसार जिन अस्पतालों में ये योजना लागू होगी उन अस्पतालों में एक आयुष्मान मित्र होगा जो लाभार्थी और अस्पताल के बीच समन्वय स्थापित करेगा।