खेल मंत्रालय ने साफ़ किया कि इस वजह से खेल रत्न के लिए पुनिया की जगह कोहली को चुना गया
खेल मंत्रालय ने स्टार पहलवान बजरंग पुनिया के बदले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को वेटलिफ़्टर मीराबाई चानू के साथ संयुक्त रूप से राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने का निर्णय किया है। इसके लिए खेल मंत्रालय ने अपना स्पष्टीकरण दिया है कि क्यों उन्होंने बजरंग पुनिया की जगह विराट कोहली का चुनाव किया है। बता दें विराट कोहली एक प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ी हैं और आज विराट देश के करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत भी हैं। खेल रत्न मिलने की घोषणा की वजह से इनके चाहने वाले काफ़ी ख़ुश हैं।
पुनिया ने लगाया खेल मंत्रालय के ऊपर गम्भीर आरोप:
बता दें बजरंग पुनिया ने इस बारे में कहा है कि इस साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ और जाकार्ता एशियाई खेलों में सवर्ण पदक जीतने के बावजूद उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नहीं चुना गया। पुनिया ने खेल मंत्रालय और पुरस्कार समिति पर गम्भीर आरोप लगाया है। पुनिया ने कहा है कि खेल रत्न के लिए जब उनके अंक सबसे ज़्यादा थे तो उन्हें कैसे इस पुरस्कार के लिए नहीं चुना गया। आख़िर किस वजह से उनकी जगह विराट कोहली को इस पुरस्कार के लिए चुन लिया गया।
अलग-अलग मानकों द्वारा किया जाता है अलग-अलग खेलों का फ़ैसला:
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार ना मिलने की वजह से निराश बजरंग पुनिया ने शुक्रवार को खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मुलाक़ात भी की थी। लेकिन पुनिया ने बताया कि मुलाक़ात के बाद उन्हें कोई अनुकूल जवाब नहीं मिला। बता दें खेल मंत्रालय ने खेल रत्न की चयन प्रक्रिया के मानदंडों को स्पष्ट करने के लिए अब सोशल मीडिया का सहारा लिया है। खेल मंत्रालय ने अब स्पष्ट किया है कि इसके लिए अलग-अलग मानकों द्वारा अलग-अलग खेलों का फ़ैसला किया जाता है। मंत्रालय ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों से मुक्त होने के लिए ऐसा किया है।
गुरुवार को लगी देश के सबसे बड़े पुरस्कार पर मुहर:
खेल मंत्रालय ने ट्वीटर पर एक में कहा कि, प्वाइंट सिस्टम का उपयोग दिए गए खेल के भीतर खिलाड़ियों में अंतर दिखने के लिए किया जाता है, न कि विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को। बता दें विराट कोहली आईसीसी रैंकिंग के 3 प्रारूपों में से 2 में टॉप पर हैं, जबकि मीराबाई चानू वर्तमान में ओलम्पिक खेल में एकमात्र भारतीय विश्व चैम्पियन हैं। इसी आधार पर खेल मंत्रालय की तरफ़ से दोनों खिलाड़ियों को खेल रत्न के लिए चुना गया है। जानकारी के अनुसार खेल मंत्रालय ने गुरुवार को देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार पर मुहर लगा दी थी।
खेल रत्न पुरस्कार 25 सितम्बर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों दोनों खिलाड़ियों को दिया जाएगा। विराट कोहली और मीराबाई चानू को मेडल और प्रशस्ति पत्र सहित 7.5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। भारत में खेलों की स्थिति की बात करें तो पिछले कुछ समय से लगभग सभी खेलों को मौक़ा मिलने लगा है और उनके खिलाड़ियों को पहचान भी मिल रही है। हालाँकि आज भी भारत में क्रिकेट सबसे आगे है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अन्य खेलों का विकास नहीं हुआ है। राज्यवर्धन सिंह के मंत्रालय सम्भालने के बाद कई बड़े बदलाव भी किए गए हैं।