मनोहर पार्रिकर ने पाकिस्तान की न्यूक्लियर पॉलिसी पर किया सर्जिकल स्ट्राइक!
पाकिस्तान भारतीय रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर के निजी बयान से बौखलाया हुआ है। मनोहर पार्रिकर ने अभी पिछले दिनों न्यूक्लियर हथियारों के उपयोग को लेकर बात कही थी, जिससे काफी हो हल्ला मच गया था। उन्होंने न्यूक्लियर को लेकर ‘नों फर्स्ट यूज पॉलिसी’ की बात कही थी। कुछ लोग इसे पाकिस्तान की न्यूक्लियर पॉलिसी पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक भी कह रहे हैं। पार्रिकर ने कहा था कि हथियारों के मामले में ‘नों फर्स्ट यूज पॉलिसी’ देश की ताकत को कमजोर करता है। उन्होंने इसे सरकारी बयान नहीं बताया है, उन्होंने यह कहा कि ये मेरे निजी विचार हैं। उन्होंने आगे कहा कि इसकी जगह यह होना चाहिए कि न्यूक्लियर हथियारों का प्रयोग कोई भी गैरजिम्मेदारी से ना करे।
पार्रिकर ने कहा कोई देश आप पर हमला कर दे तो :
पार्रिकर ने यह भी कहा कि अगर कोई देश आप पर हमला कर दे तो, आपके पास इतना वक़्त नहीं होता है कि आप नियम की किताब खोलकर पढ़ें, आपको फैसला तुरंत करना होता है। देश के कुछ लोगों को लगता है कि रक्षामंत्री के इस बयान में पड़ोसी देश की नींद उड़ाने की ताकत है। नई विश्व व्यवस्था के बारे में तो आप जानते ही होंगे। आजकल यह शब्द खूब प्रयोग किया जा रहा है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से यह शब्द और ज्यादा सुनाई देने लगा है। नई विश्व व्यवस्था भी एक तरह से कांस्पीरेसी थ्योरी और एक राजनीतिक सच्चाई है। आइये आपको बताते हैं यह शब्द क्यों चर्चा में है और भारत से इसका क्या लेना- देना है।
नई विश्व व्यवस्था का मतलब है ऐसी स्थितियाँ पैदा हो जाना जिससे पूरी दुनियाँ का संतुलन बदल जाए। यानी जो पहले बहुत ज्यादा धनी एवं शक्तिशाली था वो अब बहुत ज्यादा कमजोर हो जाए और जो कमजोर है उसकी ताकत एकाएक कई गुना बढ़ जाए। इसी विश्व व्यवस्था की वजह से भारत एक शक्तिशाली देश बनने जा रहा है, ऐसा कैसे हो रहा है आइये जानते हैं। इसे जानने के लिए आपको अमेरिका की तरफ रुख करना होगा।
अमेरिकी कैबिनेट में विदेशमंत्री का रौब
सभी लोगों को पता है कि अभी वहाँ पर राष्ट्रपति के लिये चुनाव हुआ था, जिसमे डोनाल्ड ट्रम्प ने जीत हासिल की है। ट्रम्प जनवरी में ओबामा की जगह अपना पदभार संभालेंगे। अमेरिकी कैबिनेट में विदेशमंत्री का रौब अन्य देशों के विदेशमंत्रियों की अपेक्षा कुछ ज्यादा होता है। वहाँ पर विदेशमंत्री को राष्ट्रपति के बाद दूसरा दर्जा दिया जाता है। अभी जिनको विदेशमंत्री बनाने की बात चल रही है वो हैं रिपब्लिकन पार्टी के नेता न्यूट गिंगरिच।
आपको बता दें न्यूट गिंगरिच और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक दुसरे के काफी अच्छे दोस्त है। कई मौकों पर न्यूट गिंगरिच ने मोदी की खूब तारीफ भी की है।
न्यूट गिंगरिच ने कहा है कि होने वाले राष्ट्रपति ट्रम्प और नरेन्द्र मोदी भी बहुत अच्छे दोस्त बनने वाले हैं। विदेश मंत्री बनने की दौड़ में दूसरा नाम बॉब कॉर्कर का है, ये वही व्यक्ति है जिन्होंने पाकिस्तान को F-16 विमान देने का कड़ा विरोध किया था, जब ओबामा सरकार पाकिस्तान को F-16 विमान दे रही थी। उन्होंने यह भी कहा था कि हमारी जनता के टैक्स से पाकिस्तान जैसे किसी भी देश की मदद नहीं की जानी चाहिए। न्यूट गिंगरिच या बॉब कॉर्कर इनमे से कोई भी विदेशमंत्री बने, इसमें फायदा भारत का ही होने वाला है। दोनों ही पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में भारत का ही साथ देंगे।
पाकिस्तना के अभी और बुरे दिन आने वाले हैं, क्योंकि भारतीय रक्षामंत्री ने अपने निजी विचारों से पाकिस्तान के ऊपर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। आने वाले दिनों में अमेरिका भी पाकिस्तान को उसकी असली औकात दिखाने वाला है। अमेरिका आने वाले समय में पाकिस्तान के साथ ही चीन को भी कमजोर करने वाला है क्योंकि अमेरिका जनता है कि चीन पाकिस्तान के कामों का समर्थक है। ऐसे में भारत को ही हर तरफ से फायदा होता दिख रहा है।