8वीं फेल लड़के ने खड़ी कर दी 2000 करोड़ की कंपनी, जानिए इनकी दिलचस्प कहानी
कहते हैं दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं, बस करने का हौसला और मन में लगन होनी चाहिए. हर इंसान को ऊपरवाले ने खास बनाया है और उसे एक ही तरह का दिमाग दिया है, बस कुछ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं और कामयाब हो जाते हैं तो कुछ लोग इस्तेमाल नहीं करते और हमेशा मजदूरी या फिर छोटे काम ही करते हैं. हर इंसान को हमेशा बड़े सपने देखने चाहिए क्योंकि सपने बड़े देखने से ही इंसान कुछ बड़ा कर पाता है. बहुत से लोगों का मन पढ़ाई में नहीं लगता लेकिन कोई एक चीज जरूर होती है जो किसी ना किसी में खास होता है. फिर वो एक्टिंग में तेज हो सकता है, क्रिकेट में या फिर किसी और प्रोफेशन में बेस्ट होते हैं. 8वीं फेल लड़के ने खड़ी कर दी 2000 करोड़ की कंपनी, आज इनके पास बहुत से पढ़े-लिखे लोग इनके पास जॉब करते हैं.
8वीं फेल लड़के ने खड़ी कर दी 2000 करोड़ की कंपनी
त्रिशनित अरोड़ा की कंपनी टीएसी सिक्योरिटी के नाम से चलती है जो साइबर सिक्योरिटी का काम करती हैं. आज के समय में सीबीआई, रिलायंस, गुजरात पुलिस और पंजाब पुलिस इनकी कंपनी की सेवाएं ले रही है. बस इतना ही नहीं साल 2013 में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने त्रिशनित को सम्मानित किया था. त्रिशनित ने हैकिंग पर कई किताबें भी लिखी हैं. जिसमें ‘हैकिंग टॉक विद त्रिशनित अरोड़ा’, ‘दि हैकिंग एरा’ और ‘हैकिंग विद स्मार्ट फोन्स’ जैसी प्रसिद्ध किताबें शामिल हैं. त्रिशनित अरोड़ा का ये सपना है कि वे एक दिन बिलियन डॉलर की सिक्योरिटी कंपनी खड़ी करेंगे. इसके लिए वे मेहनत भी करते हैं और अपनी कंपनी को इस मुकाम पर ले जाने के लिए बहुत से जतन भी करते हैं. उनकी कंपनी में बहुत से लोग काम करते हैं, जिन्होंने एमबीए, बीटेक, एमटेक और भी कई प्रोफेशनल कोर्सेस वाले काम करते हैं. त्रिशनित के अनुसार एक दिन वे अपनी कंपनी को मल्टीनेशनल बना कर ही दम लेंगे और तब उनके पास बिलियन डॉलर का टर्नओवर हो जाएगा.
क्या है त्रिशनित अरोड़ा की कहानी ?
2 नवंबर, 1993 को पंजाब के लुधियाना में जन्मे त्रिशनित अरोड़ा 24 साल की उम्र में TAC सिक्योरिटी कंपनी के सीईओ और फाउंडर हैं. त्रिशनित के अनुसार, वे बचपन से ही महत्वकांक्षी रहे हैं लेकिन उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता था. जब भी वे फ्री होते तो कंप्यूटर में गेम खेलने बैठ जाते थे, इस वजह से परेशान होकर उनके पापा ने कंप्यूटर में पासवर्ड लगाया था लेकिन त्रिशनित को पासवर्ड हैक करना आता था. इन सब चीजों से तंग आकर त्रिशनित के पापा ने उन्हें एक नया कंप्यूटर लाकर दे दिया. इसी बीच उनके 8वीं के पेपर हुए और वे फेल हो गए. त्रिशनित के प्रिंसिपल ने उनके पिता को बुलाया और उनके सामने त्रिशनित को फटकारा, इससे नाराज होकर उनके पापा ने उनसे पूछा कि जिंदगी में आगे क्या करना चाहते हो. जवाब में त्रिशनित ने पढ़ाई छोड़ने का जिक्र किया और आगे चलकर छोड़ दिया, फिर अपना सारा समय कंप्यूटर में लगाना शुरु कर दिया.
20 साल की उम्र में वो कंप्यूटर फिक्सिंग और सॉफ्टवेयर क्लीनिंग के छोटे प्रोजेक्ट लेने लगे और इसमें पहले महीने त्रिशनित ने लगभग 60 हजार रुपये कमाए. इन पैसों को त्रिशनित ने बिजनेस में लगाया और 21 साल की उम्र में टीएसी सिक्योरिटी के नाम की एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी बना दी. ये कंपनी नेटवर्किंग को सुरक्षित रखने का काम करती है.