अमित शाह से मिले नीतीश कुमार, जल्द सुलझ सकता है बिहार एनडीए में सीटों का झगड़ा
2019 लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में सरगर्मी बढ़ गई है। सभी दल चुनाव के लिए अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं बिहार एनडीए के घटक दलों को लेकर सीट बंटवारे में पेंच फंसा हुआ है। लेकिन माना जा रहा है कि एनडीए में सीटों का झगड़ा जल्द ही खत्म हो सकता है। आज नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जनता दल यूनाइटेड के मुखिया नीतीश कुमार की मुलाकात करीब 20 मिनट तक हुई है। हालांकि कहा जा रहा है कि इस मुलाकात में सीटों को लेकर सीधी बातचीत नहीं हुई। लेकिन इतना माना जा रहा है कि नीतीश कुमार का सम्मान रखा जाएगा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के लिए 17 सीटों की मांग रखी है। लेकिन अभी अमित शाह ने इस बात पर हामी भरी है या नहीं इस बात को लेकर संशय है। बिहार एनडीए में सीटों को लेकर झगड़ा पिछले कई दिनों से चला आ रहा है। इस बीच भाजपा ने जो फॉर्मूला दिया था, वो ये था कि जेडीयू को बिहार में 12 और एक-एक सीटें झारखंड और यूपी में दी जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने यहां 2 सीटें जबकि बीजेपी ने यहां 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
सहयोगी दलों के साथ बैठक संभव- बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को एनडीए सहयोगी दलों के साथ बैठक कर सकते हैं। बीजेपी का कहना है कि सभी सहयोगी दलों के साथ बैठक के बाद ही सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। शुक्रवार को होने वाले बैठक में लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और रोलसपा के मुखिया और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी शामिल हो सकते हैं।
पिछले दिनों बीजेपी द्वारा जदयू के लिए दिए गए फॉर्मूले 12+1+1 से पार्टी नाराज चल रही थी। हालांकि पिछले दिनों पार्टी की कार्यकारिणी बैठक के बाद पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा था कि आगामी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को लेकर सम्मानजनक समझौता हो चुका है। अब केवल उसकी औपचारिक घोषणा होना ही बाकी है।
बताते चलें कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 में से 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं घटक दल लोजपा ने 6 सीटें तो रालोसपा ने 3 सीटों पर अपना परचम लहराया था। और जेडीयू ने मात्र 2 ही सीटें जीती थीं। तब नीतीश कुमार की जेडीयू एनडीए गठबंधन में नहीं थी।