जानिए किस तरह से एक फ़ोटो की वजह से बदल गई इस ग़रीब परिवार की क़िस्मत, मिले 57 लाख रुपए
आजकल का दौर सोशल मीडिया का दौर है। सोशल मीडिया के दौर में कुछ भी करना सम्भव हो गया है। आज कई लोगों को सोशल मीडिया की वजह से रातों-रात प्रसिद्धि मिली है। वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें सोशल मीडिया की वजह से काफ़ी नुक़सान भी उठाना पड़ा है। कई लोग सोशल मीडिया की वजह से एक ही रात में स्टार बन गए। जिन्हें कल तो कोई नहीं जानता था, आज वो पूरे देश में छा गए हैं। जहाँ सोशल मीडिया लोगों को पहचान दिलाने में मददगार रहा, वहीं सोशल मीडिया ने कई लोगों को लखपति भी बना दिया।
31 हज़ार बार ट्वीटर पर शेयर हुई फ़ोटो:
आपकी जानकारी के लिए बता दें पिछले कुछ दिनों से एक दुखभरी फ़ोटो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस वायरल होने वाली फ़ोटो की वजह से एक ही एक ग़रीब परिवार की ज़िंदगी बदल गयी। जी हाँ वायरल होने वाली इस दुखभरी फ़ोटो की वजह से एक ग़रीब परिवार को लगभग 57 लाख रुपए लोगों से मिले हैं। बता दें इस फोटो को तट्वीटर पर 31 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर भी किया जा चुका है।
केवल 2 दिन में जुटाए 57 लाख रुपए:
जानकारी के अनुसार दिल्ली के 37 साल के सफ़ाईकर्मी अनिल की मौत शुक्रवार को सीवर में काम करते हुए हो गयी थी। इसके बाद ट्वीटर यूज़र शिव सन्नी ने एक फ़ोटो पोस्ट की थी, जिसमें अपने पिता के शव के पास उसका 11 साल का बेटा रोता हुआ दिखाई दे रहा था। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के वायरल होने के बाद कई लोगों ने इस ग़रीब परिवार को मदद की पेशकश की। इसके बाद क्राउड फ़ंडिंग वेबसाइट ketto.org पर एक एनजीओ की मदद से फ़ंड जमा करने का कैंपें चलाया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि केवल 2 दिनों में ही लोगों ने कुल 57 लाख रुपए अनिल के परिवार को दे दिए।
अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं थे पैसे:
रिपोर्ट के अनुसार सफ़ाईकर्मी अनिल बिना सुरक्षा उपकरणों के ही सफ़ाई करने के लिए सीवर में उतरा था। इसकी वजह से उसकी मौत हो गयी। जिस रस्सी के सहारे वह सीवर में उतरा था, वह बहुत कमज़ोर थी। अनिल के परिवार में उसकी पत्नी रानी और उसके तीन बच्चे हैं। अनिल का परिवार बहुत ज़्यादा ग़रीब है। ग़रीबी का आलम यह था कि अनिल की मौत के बाद परिवार वालों के पास उसके अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं बचे थे। अनिल का परिवार दिल्ली के पश्चिमी डाबरी में किराए के मकान में रहता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार क्राउड फ़ंडिंग वेबसाइट केट्टो की फ़ीस और जीएसटी एवं पेमेंट गेटवे चार्ज के साथ कुल 9.44 प्रतिशत काटकर बाक़ी के बचे पैसों को पीड़ित परिवार के अकाउंट में ट्रांसफ़र कर दिया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सीवर में बिना सुरक्षा उपकरणों के साथ उतरने की वजह से किसी की मृत्यु हुई हो। इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं।