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रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिद्धू की हरकत के बाद कम हुआ भारतीय सैनिकों का मनोबल

नई दिल्ली: आपको याद होगा जब इमरान खान ने पाकिस्तान प्रधानमंत्री के चुनाव में जीत हासिल की थी तो उन्होंने अपने शपथ समारोह में भारत से कई लोगों को बुलाया था। उनके कार्यक्रम में जाने वालों में से भारत के पूर्व खिलाड़ी नवजोत सिंह सिद्धू भी थे। नवजोत सिंह सिद्धू का इमरान खान से पुराना रिश्ता है। जब नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गयी थे तो वहाँ पर उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाया था। इसके बाद भारत में जमकर सिद्धू की आलोचना शुरू हो गयी थी।

पाकिस्तानी सेना के बारे में भारत में स्पष्ट भावनाएँ:

इसी मुद्दे पर भारतीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के बाद भारत के सैनिकों का मनोबल कम हुआ है। सीतारमण ने कहा कि पंजाब के मंत्री ऐसा करने से बच सकते थे, क्योंकि भारत में पड़ोसी देश पाकिस्तानी सेना के बारे में काफ़ी स्पष्ट भावनाएँ हैं। सीतारमण ने इंडियन वुमन प्रेस कोर (आईडबल्यूपीसी) में एक संवाद सत्र के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए यह सब कहा।

सिद्धू गए थे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में:

आपकी जानकारी के लिए बता दें भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी से नेता बने सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख को कमर जावेद बाजवा को गले लगाकर विवादों में घिर गए थे। बता दें सिद्धू पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए हुए थे। वहीं अपने बचाव में सिद्धू का कहना है कि ऐसा उन्होंने इसलिए किया, क्योंकि बाजवा ने उन्हें कहा था कि पाकिस्तान सरकार भारत के पंजाब राज्य के सिख श्रद्धालुओं के लिए कतारपुर गलियारे को खोलने की दिशा में काम कर रही है। पाकिस्तान के बारे में किसी को बताने की ज़रूरत नहीं है।

आए दिन पाकिस्तानी सेना की वजह से भारत में अशांति का माहौल बना रहता है। एक तरह पाकिस्तानी सेना सीधे तौर पर भारतीय सैनिकों पर सीजफ़ायर का उलंघन करते हुए गोलीबारी करती है, वहीं दूसरी तरफ़ आतंकी घुसपैठ करके घाटी में अशांति फैलाते हैं। भारत ने पाकिस्तान को कई बार गले लगाने की कोशिश कि, लेकिन इसका कोई फ़ायदा नहीं हुआ। पाकिस्तान बार-बार एक ही ग़लती करता है। लाख समझाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी आदतों से बाज़ नहीं आ रहा है। ऐस में सिद्धू का पाकिस्तान सेना प्रमुख को गले लगाना किसी के गले नहीं उतरा। इसी वजह से सिद्धू की सोशल मीडिया पर जमकर चुटकी भी ली गयी थी।

सिद्धू ऐसा करने से बच सकते थे:

रक्षा मंत्री सीतारमण ने आगे कहा कि, ‘सिद्धू के बहुत सारे प्रशंसक हैं। उनके क़द का कोई व्यक्ति पाकिस्तान जाकर वहाँ की सेना प्रमुख को गले लगाता है। वह सेना जिसके बारे में भारत में स्पष्ट भावनाएँ हैं। तो इसकी वजह से निश्चित ही सैनिकों के ऊपर प्रभाव पड़ेगा। इससे सेना के साथ जनता का भी मनोबल गिरता है। मुझे लगता है सिद्धू ऐसा करने से बच सकते थे।’ पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने के बाद सिद्धू ना केवल राजनीतिक गलियारे में आलोचना का शिकार हुए थे बल्कि लोगों ने भी उनके इस क़दम की आलोचना की थी।

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