यूरिक एसिड क्या होता है? जानिए यूरिक एसिड के लक्षण और परहेज
यूरिक एसिड के लक्षण : आज के समय में युवा पीढ़ी की खान-पान की आदतें काफी बदल चुकी है. इन आदतों से आए दिन बीमारियाँ मनुष्य को घेरे रखती हैं. इन्ही में से यूरिक एसिड की समस्या इन दिनों आम देखने को मिल रही है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये यूरिक एसिड क्या होता है? तो दोस्तों हम आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मनुष्य शरीर में पाए जाने वाले हर एक तत्व की मात्रा में संतुलन बना रेहना अति आवश्यक है. क्यूंकि इसी संतुलन से हमारा शरीर स्वस्थ्य बना रहता है. परंतु यदि अगर किसी भी तत्व की मात्रा शरीर में कम या अधिक हो जाए तो उसका असर हमारे शरीर पर दिखाई देने लगता है. यूरिक अम्ल भी एक ऐसी ही समस्या है. इस समस्या का मुख्य कारण शरीर में प्यूरिन का टूटना है. इस प्यूरिन के टूटने से ही यूरिक एसिड बनता है.
दरअसल प्यूरिन एक ऐसा पदार्थ है जो खाने वाली चीजों में पाया जाता है. जब यह पप्पी यूरिन हमारे शरीर में पहुंचता है तो रक्त के माध्यम से बहता हुआ किडनी तक पहुंच जाता है. वैसे तो यूरिक एसिड यूरिन के साथ ही शरीर से बाहर निकल जाता है परंतु कई बार किन्हीं कारणों के चलते यह एसिड शरीर के अंदर ही रह जाता है और धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ने लगती है. वहीं अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको यूरिक एसिड के कुछ मुख्य लक्षण एसिड के बढ़ने के कारण और उनसे जुड़े परिजनों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आगे चलकर आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे.
यूरिक एसिड के लक्षण
यदि हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाए तो हमारे शरीर पर इसका बहुत बुरा असर पड़ता है. इसकी वजह से हमारे शरीर में बहुत अधिक मात्रा में दर्द होना शुरू हो जाती है. और इसके कारण हमारे शरीर में बहुत ही कमजोरी आ जाती है. आइये जानते हैं यूरिक एसिड के लक्षण-
पैरो में दर्द
पैरो में यदि ज्यादा दर्द होना शुरू हो जाए तो समझ जाना चाहिए की, शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ रही है. इसके कारण हमरे पैरो में तेज़ दर्द होना शुरू हो जाता है. और जलन और पैरो में सूजन आने लग जाती है. यह यूरिक एसिड के लक्षण है.
जोड़ो में दर्द
जोड़ों में दर्द होना यूरिक एसिड के लक्षण में से एक लक्षण हैं. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से हमारे शरीर के जोड़ो में दर्द होना शुरू हो जाता है. घुटनो में तेज़ दर्द होना शुरू हो जाता है. घुटनो में सूजन होना शुरू हो जाती है.
शुगर लेवल का बढ़ना
लगातार शुगर के लेवल का बढ़ना भी यूरिक एसिड का लक्षण हो सकता है। शुगर लेवल का बढ़ना शरीर के लिए बहुत ही घातक होता हैं। समय रहते आप यूरिक एसिड का टेस्ट करवा लें और डॉक्टर के निर्देश अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
यूरिक अम्ल बढ़ने के कारण
यूरिक एसिड के लक्षण के बाद अब हम आपको यूरिक एसिड बढ़ने के कारण बताने जा रहे हैं. हमारा रोज का खान पान ऐसा है, कि जिसके कारण अनेको बीमारिया हमारे शरीर में आ जाती है. हमारे शरीर में एसिड कि मात्रा बढ़ने से हमें यूरिक एसिड हो जाता है. और इसके बढ़ने से अनेको बीमारिया हमारे शरीर में घर कर जाती है. यूरिक एसिड बढ़ने से हमारे जोड़ो में दर्द बढ़ जाता है.
- बहुत से लोगों के शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का मुख्य कारण अनुवांशिकता हो सकता है यानी कुछ लोगों की हर पीढ़ी में इस एसिड के बढ़ने की समस्या पाई जाती है.
- किडनी द्वारा सीरम यूरिक एसिड का कम उत्सर्जन करने से भी इसकी मात्रा शरीर में बढ़ जाती है.
- समय पर खाना ना मिलना या फिर तेजी से वजन घटना भी यूरिक एसिड को बढ़ावा देता है.
- डायबिटीज एवं पेशाब बढ़ाने वाली दवाओं के उपयोग से भी यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है.
- लगातार थायराइड के कम या बढ़ने के चलते भी यूरिक एसिड में बढ़ोतरी होती है.
- जिन लोगों के शरीर में जरूरत से अधिक आयरन मौजूद रहता है उन्हें यूरिक एसिड की समस्या से जूझना पड़ता है.
- शराब एवं एल्कोहलिक पदार्थों के सेवन से भी यूरिक एसिड की मात्रा में बढ़ोतरी होती है.
यूरिक एसिड में परहेज
यूरिक अम्ल की समस्या में अच्छी डाइट का होना अति आवश्यक है क्योंकि आपके गलत खानपान के चलते इस एसिड में बढ़ोतरी हो सकती है जो कि कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है. नीचे हमने कुछ ध्यानपूर्वक बातों के बारे में जानकारी दी है जिनके परहेज से आप यूरिक एसिड की मात्रा को कम कर सकते हैं:
यदि आपके अंदर यूरिक एसिड का स्तर अधिक है तो आप प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का परहेज करें. इसके चलते आप भूल से भी आंतरिक अंग जैसे की कलेजी गुर्दा, भेजा आदि ना खाएं.
रात को सोते समय दूध या दाल का सेवन भी नहीं करना चाहिए. अगर फिर भी दाल खाने का मन करता है तो छिलके वाली दाल खाएं।
यूरिक एसिड का घरेलू उपाय
यूरिक एसिड आज के समय में एक गंभीर समस्या बनती जा रही है जिसकी वजह से बहुत सी परेशानियां हो रही हैं। यूरिक एसिड से निजात पाने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं। आइये जानते हैं यूरिक एसिड के घरेलू उपाय –
सेब के सिरके का सेवन
सेब का सिरका एक तरह से क्लीन्ज़र का काम करता हैं. इसके सेवन से शरीर की गन्दगी जैसे यूरिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाते हैं. सिरके में जो एसिड होता है वो यूरिक एसिड को नष्ट करने में उपयोगी होता हैं. यूरिक एसिड कम करने के लिए आपको सेब के सिरके की कुछ बूंदें एक पानी के गिलास में डाल दें और दिन में 3 – 4 बार इसका सेवन करें. इस उपाय को आप तब तक कर सकते हैं जब तक आपको यूरिक एसिड की समस्या से निजात न मिल जाएं.
नीबू के रस का सेवन
वैसे तो कहा जाता है कि नीबू के रस में यूरिक अम्ल का सेवन वर्जित माना जाता है. पर वास्तविकता में यह बात सच नहीं है. यही सुबह खली पेट इक गिलास पानी में इक नीबू का रस मिलाया जाए और यह प्रकिया इक हफ्ते तक कि जाए तो यूरिक एसिड बहुत कम हो जाता है.
पानी का सेवन
ज्यादा से ज्यादा पानी पीने से यूरिक एसिड को शरीर से बाहर कर सकते हैं. पानी यूरिक एसिड को पतला कर देता हैं और यह एसिड मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता हैं. यूरिक एसिड की समस्या से निजात पाने के लिए आपको रोजाना 8 – 10 गिलास पानी ज़रूर पिए. आप कुछ फलों और सब्जियों का जूस भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं.
बेकिंग सोडा का सेवन
बेकिंग सोडा यूरिक अम्ल के स्तर को कम करने के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है. बेकिंग सोडा शरीर में अल्काइन के स्तर को बनाए रखता है. और यूरिक एसिड के स्तर को बनाय रखता है. इससे यूरिक एसिड किडनी द्वारा बहार निकल जाता है. एक गिलास पानी में आधा चमच बेकिंग सोडा मिला दे और पी जाए. यह प्रकिया दिन में 4 बार करे. इस प्रकिया को 3 – 4 घंटो के अंतर में करे. यह प्रकिया 2 हफ्तों तक लगातार करने से यूरिक एसिड बहुत कम हो जाए.