अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव – दुनिया के सबसे ताकतवर देश में बजा हिन्दुस्तान, हिन्दू और हिन्दी का डंका…….
वॉशिंगटन/नई दिल्ली – सारे चुनावी सर्वेक्षण फेल हो गए और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बड़ा उलटफेर हो गया। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप ने डेमोक्रैटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को 288-215 से हरा अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति बन गए। लेकिन इस बार के अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में एक नई बात यह रही कि इसमें भारतीयों के दबदबे की बानगी देखने को मिली। US presidential election Hindustan, Hindu and Hindi.
इस बार के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिन्दुस्तान, हिन्दू और हिन्दी का डंका बजा……और ट्रंप विजयी हुए।
हिन्दुस्तान है अमेरिका का सच्चा दोस्त –
हिन्दुस्तान और हिन्दुओं के प्रति की दिवानगी किसी से छिपी नहीं है। ट्रंप ने कहा था कि अगर वे राष्ट्रपति बने तो भारत, अमेरिका का बेस्ट फ्रेंड होगा। 70 वर्षीय ट्रंप भारतीय-अमेरिकियों चैरिटी इवेंट में यह भी कहा था कि, ‘ट्रंप प्रशासन के तहत, हम और अच्छे दोस्त बनने जा रहे हैं। मैं अच्छे को वापस लेता हूं। हम बेस्ट फ्रेंड बनेंगे। ट्रंप ने कहा कि एक साथ दोनों देशों को शानदार भविष्य होगा।
वाकई यह सम्मान पूरे हिन्दी जगत और हिन्दुस्तान का सम्मान है। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड का भी भारत से प्रेम कहीं छुपा हुआ नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए ही उन्होंने नारा दिया था कि ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’।
अमेरिकी चुनाव में हिंदी का बोल-बाला –
इस बार के अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतदान रसीद पर अंग्रेजी, फ्रेंच और चीनी भाषा के साथ-साथ हिन्दी को भी स्थान दिया गया। इस बार के चुनाव में 8 नवम्बर को मतदान के बाद जो ‘धन्यवाद’ की रसीद दी गई, उसमें लिखा गया कि ‘8 नवम्बर 2016 को आम चुनाव में मतदान के लिए धन्यवाद! वाकई यह सम्मान पूरे हिन्दी जगत और हिन्दुस्तान का सम्मान है। 2015 के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में हिन्दी बोलने वालों की संख्या लगभग 6.5 लाख थी।