शास्त्र के अनुसार अगर किसी लड़के में ये 20 गुण हों तो बिने सोचे कर लेनी चाहिए शादी
शादी- व्याह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है, इसलिए हर माँ- बाप की यह चाहत होती है कि उसकी पुत्री की समय से शादी हो जाए। केवल समय से शादी होना ही जरुरी नहीं है जरुरी है एक योग्य लड़के के साथ शादी होना। इसलिए प्राचीन समय में राजा लोग अपनी बेटी की शादी के लिए स्वयंबर करवाते थे। इसमें आये हुए सभी लोगों का प्रतियोगिताओं के जरिये उनकी योग्यता देखी जाती थी। जो लड़का सभी प्रतियोंगिताओं में अच्छा होता था, उसी से राजा अपनी बेटी की शादी करवाते थे। आज भी इसमें ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है, आज भी लोग लड़की की शादी करने से पहले सब कुछ देखते हैं उसके बाद ही शादी का कार्य संपन्न होता है।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
एक अच्छा वर किसे कहते हैं इसके बारे में संतों ने अपने कुछ मापदंड तैयार किये हुए हैं। आने वाली पीढियां इसे ज्ञात रखे और उसी के आधार पर वर चुने, इसके लिए वो ज्ञान और जानकारी शास्त्रों में दर्ज किया गया है। प्राचीन समय में संतों ने योग्य वर के लिए 20 खूबियाँ निर्धारित की हुई हैं, जिस लड़के के अन्दर ये खूबियाँ होती है वह योग्य माना जाता है और जिसके अन्दर नहीं होती है वह अयोग्य होता है। आइये जानते हैं कौन- कौन से गुण एक लड़के के अन्दर ढूँढने चाहिए एक योग्य वर के लिए।
1- व्यक्ति साहसी और धीरज रखने वाला होना चाहिए। उसे मुश्किल समय में निराश नहीं होना चाहिए बल्कि हर मुश्किल का डंटकर सामना करने वाला होना चाहिए।
2- व्यक्ति अच्छे से सोच- समझकर फैसला लेने वाला होना चाहिए और खासकर जब वह मामला उसके प्रियजनों से जुड़ा हुआ हो तो उसे निर्णय लेते वक़्त सावधानी बरतनी चाहिए। उसे अपने लिए जाने वाले फैसले के परिणामों की जानकारी होनी चाहिए। उसे केवल काम निकालने के लिए ही नहीं कोई भी फैसला ले लेना चाहिए। उसके दूरगामी प्रभावों के बारे में भी सोचने वाला होना चाहिए।
3- एक अच्छा व्यक्ति स्वयं भी जल्दी उठता है और अन्य लोगों को भी जल्दी उठने के लिए कहता है। उसे यह मालूम होता है कि यह शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
4- एक अच्छा जीवनसाथी किसी भी समय में अपने पत्नी का साथ नहीं छोड़ता है, वह हर मुश्किल से उसको निकालने का पूरा प्रयास करता है।
5- जिसके अन्दर लालच ना भरा हुआ हो, उसे मिल बाँटकर किसी भी चीज को लेने की आदत होनी चाहिए। वह अपने रिश्तेदारों को उनकी संपत्ति में हक़ देने वाला होना चाहिए। उसे हर किसी के मेहनत की कद्र होती है और वह किसी का भी इस्तेमाल अपना काम निकालने के लिए नहीं करता हो, ऐसे वर को योग्य वर माना जाता है।
6- वह जिसे हर किसी की फिक्र हो और वह आपकी बातों को ध्यान से सुननें वाला हो। जिसे आपकी हर जरुरत और इच्छा के बारे में पता हो और वह उसे पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करे। ऐसे पुरुष आदर्श वर होते हैं।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
7- जिसको अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में आने वाले खतरे का ज्ञान हो और वह उससे निपटने में सक्षम हो। उसे अपने सभी रिश्तों को संभालना आता हो, ऐसे लोग शादी के लिए अच्छे वर साबित होते हैं।
8- कुछ लोगों को आदत होती है अपने निजी जीवन के बारे में दूसरों को बताने की, ऐसा करने वाले खुद को मर्द समझते हैं। इसी वजह से उन्हें बाद में कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ जाता है। आदर्श पुरुष वही होता है जो अपने निजी जीवन की बातों को गुप्त रखना जनता हो।
9- उसके अन्दर धैर्य और साहस होना चाहिए, जिससे वह जीवन में आने वाले किसी भी संकट से निपट सके।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
10- जो अपनी जिंदगी की दुखभरी घटनाओं को भूलकर अच्छी यादों को संजोता हो। कई लोग अपनी पुरानी जिंदगी की दुखभरी घटनाओं की वजह से अपना वर्तमान भी बर्बाद कर देते हैं।
11- जमीन से जुड़ा हुआ इंसान होना चाहिए, अधिक धन आ जाने पर अपना विवेक नहीं खोने वाला होना चाहिए और सबको सम्मान की नजर से देखने वाला होना चाहिए।
12- उसके अन्दर महत्वकांक्षा होनी चाहिए साथ ही साथ उसका स्वभाव विनम्र होना चाहिए, जिससे वह किसी और का नुकसान ना कर सके।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
13- एक अच्छा व्यक्ति, जो उसके पास है, उसी में खुश रहने की कोशिश करता है और अपने भविष्य को बेहतर बनाने के बारे में सोचता है। वह अपनी वर्तमान स्थिति के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराता है। अपनी अधूरी इच्छाओं के लिए दुखी नहीं होता है।
14- एक अच्छा व्यक्ति खाने का पूरा ध्यान रखता है और अपने आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करता है, वह अपनी सेहत के प्रति जागरूक होता है। वह स्वयं ही नहीं बल्कि दूसरों को भी स्वास्थ्य के प्रति प्रेरित करता है।
15- वह सेहत के लिए व्यायाम करना पसंद करने वाला होता है और ज्यादा समय तक सोकर अपने जीवन के कीमती समय को बर्बाद नहीं करता है।
शास्त्र के अनुसार योग्य वर की खूबियाँ:
16- उसके मन में सबके लिए आदर भावना होती है, वह सबको एक बराबर समझता है और सबके साथ प्रेम से मिलजुल कर रहता है।
17- वह साहसी और शक्तिशाली हो और जरुरत पड़ने पर अपनी पत्नी की रक्षा करने के लिए किसी भी समय लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
18- एक अच्छा जीवनसाथी बहुत ही मेहनती होता है और किसी भी मेहनत वाले काम को करने से बचना नहीं चाहता है। वह किसी भी परेशानी की परवाह नहीं करता है, बस उसे काम को अच्छे ढंग से करने से मतलब होता है।
19- वह विपरीत परिस्थियों में भी अपना आपा नहीं खोता है और धैर्य बनाये रहता है। वह किसी भी समस्या का समाधान ढूंढकर उसे ख़त्म करता है।
20- वह नकारात्मक विचारों से दूर रहता है एवं बहुत ही आशावादी होता है। वह हमेशा अच्छा होने की उम्मीद करता है। वह अपने सपनों के मार्ग में कभी भी अपने डर को नहीं आने देता है।