इस गंभीर बीमारी की शिकार हुई अनुष्का शर्मा, जानिये क्या है इसका लक्षण और बचाव?
आजकल की भागदौड़ भरी जिदंगी में हर कोई किसी न किसी बीमारी को दावत देता है, जिसकी वजह से उनकी हैल्थ अच्छी नहीं रहती है। जी हां, आजकल लोगों के पास खुद का ध्यान रखने के लिए भी समय नहीं होता है, जिसकी वजह से उन्हें काफी तकलीफें होती है। मॉर्डन जमाने में जहां एक तरफ सुख सुविधाएं बढ़ रही है, तो वही दूसरी तरफ बीमारियां भी बढ़ रही है। इंसान को जितनी सुविधा मिल रही है, उतनी ही उसे तकलीफों से गुजरना पड़ रहा है। आज हम आपको एक ऐसी खतरनाक बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि इन दिनों काफी सामान्य है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
आज हम बात कर रहे हैं बल्जिंग डिस्क की, जिसे हर्नियेटेड डिस्क के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों यह बीमारी बहुत ही तेज़ी से फैल रही है। हाल ही में इस बीमारी से अनुष्का शर्मा पीड़ित हो गई है, जिसके ेबाद इस बीमारी से बचने के तरीके हर कोई खोज रहा है। लेकिन किसी भी बीमारी का इलाज तभी संभव होता है, जब उसके लक्षण और कारण के बारे में आप लोगों को अच्छे से पता रहे। तो चलिए इस रिपोर्ट में हम आपको बल्जिंग डिस्क बीमारी की पूरी जानकारी देंगे। इसके अलावा हम बता दें कि अनुष्का शर्मा को डॉक्टर ने तीन से चार हफ्ते के लिए बेड रेस्ट बोला है।
क्या है बल्जिंग डिस्क
बल्जिंग डिस्क इन दिनों तेज़ी से फैलने वाली बीमारियों में से एक है, जिसकी चपेट में लगभग 30 उम्र के बाद के लोग आ रहे हैं। इस बीमारी का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है, जोकि काफी देर तक बैठे रहते हैं। यह बीमारी रीढ़ की हड्डी से शुरू होकर पूरे शरीर में फैलती है। इस बीमारी के दौरान मरीज के पूरे शरीर में असहनीय पीड़ा होती है। अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो मूत्राशय या फिर आंत की बीमारी हो सकती है।
बल्जिंग डिस्क के लक्षण
बल्जिंग डिस्क के कई लक्षण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लक्षणों की चर्चा नीचे की गई है –
1.हाथ पैर और गर्दन में दर्द
बल्जिंग डिस्क से पीड़ित शख्स के हाथ पैर में असहनीय दर्द हो सकता है। इसके अलावा आपके गर्दन में भी तेज़ी से दर्द हो सकता है। इतना ही नहीं, यह दर्द छींकने और खांसने पर ज्यादा बढ़ जाता है।
2.झनझनाहट महसूस होना
जिन लोगों को बल्जिंग डिस्क की शिकायत होती है, उन्हेंं हाथ पैर में झनझनाहट महसूस होती है। इसके अलावा कभी कभी उन्हेंं कपकपी भी महसूस होती है। ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखे तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करें।
3.मांसपेशियोंं में दर्द
जिन लोगों को बल्जिंग डिस्क की शिकायत होती है, उनकी मांसपेशियोंं में दर्द या खिंचाव का अनुभव होता है। इसके अलावा उनकी रीढ़ की हड्डी कमज़ोर होने लगती है।
उपरोक्त लक्षण दिखाई देने पर व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि अगर यह बीमारी बढ़ जाती है, तो इसके इलाज के लिए सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए बिना किसी देर के इसका इलाज कराना चाहिए।
ऐसे करें अपना बचाव
बल्जिंग डिस्क से बचने के लिए आप एक ही जगह लगातार घंटो न बैठे, बल्कि थोड़ी थोड़ी देर में अपनी मुद्रा अवस्था में बदलाव करते रहे। इसके अलावा रोज़ाना अगर आप 20 से 30 मिनट तक व्यायाम करेंगे, तो आप खुद को इस बीमारी से बचा सकते हैं, क्योंकि यह बीमारी एक्टिव न रहने की वजह से ज्यादा होने की संभावना होती है। इसलिए हमेशा मूव करते रहे।
देखिये अनुष्का शर्मा ने क्या कहा अपनी बिमारी पर