ये हैं 5 बेहतरीन IAS-IFS ऑफिसर, इन्होने राजनीति में भी किया है धमाल
कहते हैं प्रतिभा की कमी नहीं होती है यदि इच्छा हो तो इंसान जो चाहे वह हासिल कर सकता है। आज हम आपको ऐसे पांच IAS- IFS अफसर के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने अपने पद के साथ-साथ राजनीति में भी एक अनोखा कमाल दिखाया है। जी हां IAS की कुर्सी पर बैठकर तो उन्होंने कमाल दिखाया ही है और उसके बाद राजनीति में आकर अपनी अच्छी पैठ बनाई और एक नई मिसाल कायम कर दिखाई है। अभी हाल ही में खबरों में छाए हुए रायपुर जिले के कलेक्टर ओपी चौधरी ने भी कुछ ऐसी ही मिसाल कायम कर दिखाई है। आइए बताते हैं उन 5, IAS ऑफिसर्स के बारे में जिन्होंने राजनीति में भी खूब धमाल मचा रखा है।
1- अजीत जोगी
1968 बैच के जिला कलेक्टर रह चुके अजीत जोगी जी ने उस समय राजनीति में आने की सोची जब वह अपने पद पर पदस्थ थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी के कहने पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की, और कुछ समय बाद ही छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री के रूप में सामने आए। कांग्रेस पार्टी के वफादार रहने की वजह से कई बार उन पर धोखाधड़ी और घोटाले के आरोप भी लगाए गए। साल 2016 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया क्योंकि उनके विधायक बेटे को कांग्रेस पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने खुद की एक नई पार्टी बनाई और उम्मीद है कि आने वाले चुनावों में भी अपनी पार्टी को सबके बीच पेश कर सकते हैं।
2- यशवंत सिन्हा
साल 1960 में आईएएस अफसर बने यशवंत सेना ने साल 1984 तक अपना पद संभाला, उसके बाद साल 1991 में उन्होंने अपना रूप राजनीति की ओर किया। साल 1991 में वह चंद्रशेखर की कैबिनेट में वित्त मंत्री के रूप में आसीन थे उससे पहले जनता दल के नेता थे। बाद में उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में एनडीए सरकार के अंतर्गत वित्त मंत्री और विदेशी मामलों के मंत्री रहे। फिलहाल उन्होंने राजनीति से अपना हाथ खींच लिया है परंतु उनका बेटा मोदी सरकार के अंतर्गत नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री के रूप में पदस्थ है।
3- मीरा कुमार
बिहार के आरा में जन्मे मीरा कुमार ने साल 1973 मे IAS पद संभाला और बहुत लंबे समय तक काम किया। राजनीति में भी उन्होंने बहुत बड़े-बड़े परचम लहराए और भारत की पहली लोकसभा स्पीकर के रूप में विद्यमान हुई।
4- मणिशंकर अय्यर
साल 1963 में IPS सर्विस से जुड़े मणिशंकर अय्यर ने साल 1989 में अपने पद से सेवानिवृत्त होकर राजनीति की ओर रुख किया। स्कूली दिनों में राजीव गांधी के सीनियर रहे मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया। राजनीति में अपनी अच्छी पैठ के लिए मणिशंकर अय्यर जाने जाते हैं और आज कल मोदी के खिलाफ बयानों के चलते वह अक्सर खबरों में रहते हैं।
5- अरविंद केजरीवाल
भारत की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन अरविंद केजरीवाल जी को आज कोई शख्स ऐसा नहीं है जो नहीं जानता हो। IAS ऑफिसर होने के बाद उन्होंने राजनीति में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई बहुत से बड़े-बड़े धरना और प्रदर्शन में इनका सपोर्ट रहा। साल 2011 में अन्ना के साथ लोकपाल बिल पास करवाने के प्रस्ताव के अनशन में उन्होंने अन्ना हजारे का साथ दिया जिसके बाद ही वे मशहूर होते चले गए। आज एक उभरते चेहरे के रूप में अरविंद केजरीवाल जी को देखा जाता है।