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15 साल की उम्र में किया आईआईटी एग्जाम पास, कुछ कर दिखाने का जज्बा था इस बच्चे में

हर किसी बच्चे के मन में आगे चलकर अपने जीवन में कुछ बनने का सपना होता है लेकिन यह सपने सभी के पूरे नहीं हो पाते हैं कुछ बच्चे अपने सपने पूरे करने में कामयाब रहते हैं तो कुछ बच्चों को आगे चलकर असफलता का सामना करना पड़ता है हम यहां यह बात इसलिए बता रहे हैं क्योंकि आज जो खबर हम आपको बताने वाले हैं उसको जानने के बाद आपका मन भी काफी उत्साहित होगा यानी आपके लिए ये खबर प्रेरणा लायक साबित होगी आप सभी लोगों को वर्ष 2016 में बिहार का टॉपर घोटाला तो याद ही होगा इस घोटाले के अंदर उन बच्चों को टॉपर बना दिया गया था जिनको पढ़ना तक नहीं आता था और जिनको एग्जाम का बेसिक नॉलेज भी नहीं थी वैसे देखा जाए तो शिक्षा व्यवस्था के मामले में बिहार की हालत बिल्कुल खस्ता है यहां के बच्चों का तो पढ़ाई के नाम से ही दम निकल जाता है वह पढ़ाई के नाम से कोसों दूर भागते हैं ज्यादातर लोगों को बिहार के छात्रों को लेकर मन में यही सोच रहती है कि वह आगे नहीं बढ़ सकते वह पढ़ाई के मामले में बिल्कुल पीछे हैं परंतु सभी छात्र एक जैसे नहीं होते हैं भारत के बिहार राज्य में कुछ बच्चे ऐसे भी मौजूद है जो सच में बहुत इंटेलिजेंट है पढ़ाई के मामले में बहुत ही अच्छे हैं और इन बच्चों के अंदर अपने जीवन में कुछ कर दिखाने का जज्बा रहता है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसे छात्र के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसने बहुत कम उम्र में आईआईटी पास की है और इस छोटे से बच्चे ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है।

हम जो खबर आपको बताने जा रहे हैं इस खबर को पढ़ने के बाद आपको इस बात का ज्ञात हो जाएगा कि भारत के बिहार राज्य के खून में कुछ करने का जज्बा अभी भी मौजूद है और भारत के इस पिछड़े राज्य में उम्मीद की किरण नजर भी आई है यहां पर एक ऐसा छात्र है जो अपनी बुद्धिमानी और तेज दिमाग से अपने जीवन में कुछ कर दिखाने की चाहत रखता है।

यह खबर बिहार के भोजपुर जिले की है यहां पर एक छोटे लड़के ने जिसकी उम्र खेलने कूदने और खाने की है उसने IIT पास करके दिखाया है हम जिस छोटे लड़के की बात कर रहे हैं उस लड़के का नाम “शिवम” है इसकी उम्र मात्र 15 साल की है शिवम एक किसान का लड़का है शिवम् ने हाल ही में हुई जेईई एडवांस 2018 की परीक्षा में 382 वीं रैंक हासिल की है और शिवम ने इसका सारा श्रेय अपने बड़े भाई और टीचर को दिया है।

शिवम के बड़े भाई का नाम सत्यम है और इन्होंने भी साल 2012 में आईआईटी की परीक्षा पास की है परंतु इनकी रैंक अच्छी नहीं आ पाई थी इसी वजह से शिवम के बड़े भाई ने जेईई एग्जाम की तैयारी करने के लिए कोटा का रुख कर लिया था उस दौरान सत्यम के साथ उसका छोटा भाई शिवम भी उसके गया था यहां पर कोचिंग लेने के पश्चात साल 2013 में सत्यम ने जेईई एडवांस में 679वीं रैंक प्राप्त की थी अब सत्यम IIT कानपुर से एमटेक का कोर्स कर रहा है IIT क्वालीफाई करने वाले शिवम को अपने भाई सत्यम से प्रेरणा मिली थी और वह भी अपने भाई की तरह IIT से पढ़ाई करना चाहता था।

शिवम पढ़ाई में बहुत ज्यादा होशियार था और उसको परीक्षाओं में अच्छे अंक मिलते थे शिवम ने 12वीं कक्षा में 92% अंक प्राप्त किए थे और इसके पश्चात शिवम ने कोचिंग लेना आरंभ कर दिया और रोजाना 8 से 9 घंटे तक पढ़ाई में लगा रहता था अपने बड़े भाई सत्यम की सहायता से वह एग्जाम क्रैक कर पाने में सफल साबित हुआ अब शिवम IIT खड़कपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहता है शिवम और सत्यम के पिता का नाम सिद्धनाथ है यह खेती करते हैं इनके दोनों बेटे देश के सबसे ऊंचे और प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि यहां से स्टूडेंट्स को विदेशों में करोड़ों के पैकेज वाली नौकरी प्राप्त होती है अपने दोनों बेटों की तरक्की से इनके पिता बहुत प्रसन्न है और इनको अपने बेटों पर काफी गर्व महसूस हो रहा है।

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