खबरों का असली मतलब बताते थे ये बीते दौर के 6 न्यूज रीडर्स, देखिए लिस्ट
आजकल मीडिया में बहुत से एंकर नजर आने लगे हैं, बहुत से यूथ अब मीडिया लाइन में जाने के लिए भी प्रेरित हो रहे हैं. एक समय था जब न्यूज चैनल्स पर सिर्फ खबरें ही प्रसारित की जाती थीं. मगर समय बदला और आज न्यूज में दुनिया भर की तमाम छोटी-बड़ी न्यूज खबरें दिखाई जाती हैं. आज के दौर में हर समय आपको कोई ना कोई ब्रेकिंग न्यूज देखने को मिल जाएगी. इसके साथ ही बहुत से राजनीतिज्ञ भी डिबेट करने स्टूडियो में बैठ जाते हैं. इन सभी बदलावों को देखकर ऐसा लगता है जैसे भारतीय मीडिआ अपने रास्ते से भटक गई है. ऐस दौर वो भी था जब लोग अपने परिवार के साथ शाम को बैठकर दूरदर्शन पर न्यूज देखते थे जिसमें फिल्म और सीरियल के बीच में ही समाचार बुलेटिन दिखाया जाता था. आज के न्यूज रीडर्स से बहुत अलग हुआ करते थे तब के न्यूज रीडर्स. उस समय सभी रीडर्स बहुत ही आराम के साथ न्यूज पढ़ा करते थे लेकिन आज के न्यूज रीडर्स जितना तेज बोलते हैं उतना ही चिल्लाते भी हैं जब वे ब्रेकिंग न्यूज सुनाते थे. खबरों का असली मतलब बताते थे ये बीते दौर के 6 न्यूज रीडर्स.
ये बीते दौर के 6 न्यूज रीडर्स
1. शोभना जगदीश
उस दौर में शोभना जगदीश दूरदर्शन का एक जाना-माना चेहरा थी. इनके समाचार पढ़ने का तरीका और खास अंदाज सबसे बिल्कुल अलग था.
2. शम्मी नारंग
शम्मी नारंग का दौर 80 और 90 के समय में हुआ करता था जब वे सबसे सक्रिय समाचार प्रस्तुतकर्ताओं में से एक थे. दिल्ली मेट्रो में भी नारंग की आवाज़ आज भी गूंजती है. इन दिनों नारंग वॉइस ओवर और पत्रकारिता के छात्रों को ट्रेनिंग देते हैं.
3. वनीती रविंद्रन
वनीती अपने समाचार बुलेटिन के माध्यम से उन दिनों हर शाम भारत के हर घर की सदस्य हुआ करती थी. इन्होंने अपने ऑनस्क्रीन करियर के बाद एक वॉइस ओवर आर्टिस्ट के तौर भी काम किया और कई शॉर्ट फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रियों में भी अपना योगदान दिया. साल 1997 में मदर टेरेसा की मौत की खबर ब्रेक करने वाली वनीती ही थी.
4. सरला महेश्वरी
सरला महेश्वरी से बेहतर शायद ही कोई और समाचार प्रस्तुतकर्ता रही हो, इनका समाचार पढ़ना दर्शकों को रोक देता था. सरला अपने शांत स्वभाव और बेहतरीन आवाज़ के लिए पहचानी जाती थीं
5. प्रतिमा पुरी
दूरदर्शन ने जब पहली बार पांच मिनट के न्यूज़ बुलेटिन की शुरुआत की तब सबसे पहला बुलेटिन प्रतिमा पुरी ने ही प्रस्तुत किया. साल 1965 में प्रतिमा ने दूरदर्शन के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी और अंतरिक्ष में पहुंचने वाले सबसे पहले व्यक्ति यूरी गगारियान का इंटरव्यू लिया था.
6. वेद प्रकाश
वेद प्रकाश दूरदर्शन के लिए एक नये न्यूज रीडर थे, वे वॉइस-ओवर आर्टिस्ट के तौर पर काम करने के लिए मीडिया में शामिल हुए. वे ‘स्टूडेंट्स टुडे’ के मुख्य संपादक भी रह चुके हैं. ये देश के जाने-माने अखबारों के लिए आर्टिकल भी लिख चुके हैं.
7. सुनीत टंडन
सुनित टंडन अंग्रेजी न्यूज रीडर थे और अपनी सभी खबरें अंग्रेजी में पढ़ते थे. वे साल 2007 तक दूरदर्शन से जुड़े रहे. सुनीत टंडन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन के डायरेक्टर के पद को भी संभाल चुके हैं.