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बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे कन्हैया कुमार, देशद्रोह के आरोप में जा चुके हैं जेल
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जमकर हो रही है। बीजेपी बनाम महागठबंधन के आगामी लोकसभा चुनाव में अब ट्विस्ट आ गया है। जी हां, बीजेपी बनाम महागठबंधन के आगामी चुनाव में अब कन्हैया कुमार का नाम सामने आ रहा है। ये वही कन्हैया कुमार है, जोकि देशद्रोह के आरोप में जेल जा चुके हैं। कन्हैया कुमार अब लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते है, जिसकी वजह से वो बिहार की राजनीति में कदम रख सकते हैं। खबरों की माने तो कन्हैया कुमार बिहार से लोकसभा का सफर तय करना चाहते हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार 2019 में बिहार से चुनाव लड़ सकते है। यही वजह है कि कन्हैया आजकल बीजेपी के खिलाफ खुलकर बोलते हुए नजर आ रहे है, जिसकी वजह से खबरोंं की माने तो वे 2019 के चुनाव में बिहार से महागठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं। तो आइये जानते हैं कि छात्र राजनीति के मुख्य धारा से जुड़े कन्हैया कुमार के बारे में कुछ अहम जानकारियां, जिन्हें देशद्रोह के मामले में तिहाड़ जेल जाना पड़ा था।
बताते चलें कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देश विरोधी नारे लगाने और देशद्रोह के आरोपों में कन्हैया कुमार को 2016 में गिरफ्तार किया गया था। दरअसल, 9 फरवरी 2016 को कैंपस में हुए कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में कन्हैया कुमार को 12 फरवरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह मामला पूरे देश में आग की तरह फैल गया था, जिसकी वजह से जेएनयू के दामन पर भी दाग लगाया जा रहा था। इस मामले पर आज भी बहस होती है कि किस तरह से जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियों को पनपने दिया जाता है।
दरअसल, जेएनयू में 9 फरवरी 2016 को अफजल गुरु और मकबूल भट्ट की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें देश विरोधी नारे लगाने के वीडियो वगैरह सामने आया था। इस वीडियो की वजह से पूरे देश में राष्ट्रवाद बनाम देशद्रोही की बहस छिड़ गई थी, जिस पर हर कोई अपने विचार रख रहा था। दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के अलावा अनिर्बान और उमर खालिद पर देशद्रोह से जुड़ी धाराएं लगाई थी, जिसकी वजह से यह पूरा मुद्दा गरमा गया था।
अब जब कन्हैया कुमार बिहार की राजनीति में उतरेंगे तो एक बार फिर से जेएनयू का मुद्दा ट्रेंड में आ सकता है। देखने वाली बात यह होगी कि कन्हैया किस पार्टी से चुनाव लड़ेगे और फिर वो पार्टी देश की जनता के सामने कन्हैया का बचाव कैसे करती है, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन आपको बता दें कि कन्हैया बीजेपी के खिलाफ बिहार से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं, ऐसे में देखने वाली बात यह भी होगी कि आखिर कन्हैया जनता तक अपनी बात पहुंचाने में सफल हो पाएंगे या नहीं।