शनिवार को शनिदेव के प्रकोप को करें शांत, इस तरह करें इनकी पूजा मिलेगा विशेष लाभ
शास्त्रों के अनुसार शनि देव सूर्यपुत्र है और यह देवी छाया के भी पुत्र हैं शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या को हुआ था इसलिए इसी दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है शास्त्रों के मुताबिक शनिदेव सबसे गुस्सैल देवता के रूप में जाने जाते हैं यदि यह किसी व्यक्ति से गुस्सा हो जाए तो उस व्यक्ति के जीवन में दुखों का पहाड़ टूट जाता है वह व्यक्ति कितनी भी कोशिश कर ले उसको अपने जीवन में खुशियां नहीं मिलती है और उसको हर क्षेत्र में असफलता का सामना करना पड़ता है परंतु अगर शनि देव किसी व्यक्ति से प्रसन्न हो जाए तो उस व्यक्ति के जीवन में खुशियां ही खुशियां आती है और वह अपने कार्य क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त करता है शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा का विधान है ऐसा माना जाता है कि इस दिन विशेष पूजा अर्चना हवन उपवास करने से शनिदेव बहुत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं वैसे देखा जाए तो शनिदेव की दृष्टि से मनुष्य ही नहीं देवताओं को भी डर लगता है।
शनिदेव से सबसे ज्यादा लोगों को भय लगता है परंतु कभी भी शनिदेव किसी का बुरा नहीं करते हैं यह हमेशा लोगों के कर्मों के अनुसार ही उनको फल देते हैं इसलिए इनको कर्मफल दाता भी कहा जाता है यह न्याय प्रिय हैं यह हमेशा न्याय का ही साथ देते हैं जिसकी वजह से इनको न्यायाधीश की उपाधि दी गई है अगर शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा की जाए तो व्यक्ति के ऊपर से साढ़ेसाती और ढैय्या समाप्त हो जाती है इसके अलावा कुंडली में मौजूद कमजोर शनि का प्रभाव भी समाप्त होता है शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा का विधि-विधान है अगर आप नियमानुसार इनकी पूजा करते हैं तो इससे आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
इस प्रकार करें शनिदेव की पूजा
आप शनिवार के दिन सुबह सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद शुद्ध हो जाइए इसके पश्चात लकड़ी के पाटे पर एक काला कपड़ा बिछा कर उस पर शनि देव की प्रतिमा रख दीजिए इसके पश्चात उनके पाटे के सामने के दोनों कोनों में घी का दीपक और सुपारी अर्पित कीजिए फिर शनिदेव को पंचगव्य पंचामृत इत्र से स्नान करवा दीजिए शनि देव के ऊपर काले या नीले रंग के फूल अर्पित कीजिए इसके पश्चात उनके गुलाल सिंदूर कुमकुम और काजल लगा दीजिए पूजा में तेल में तली हुई वस्तुओं को समर्पित कीजिए शनिदेव की पूजा के दौरान शनि मंत्र का कम से कम एक माला जाप जरूर कीजिए।
विशेष लाभ प्राप्ति हेतु कीजिए यह उपाय
आप शनिवार के दिन कुछ खास उपाय भी कर सकते हैं आप सूर्य उदय से पहले शरीर पर तेल की मालिश करने के पश्चात स्नान कर लीजिए यदि आप शनिवार के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे तो इससे आपको अधिक लाभ प्राप्त होगा और आप इस दिन कहीं यात्रा पर ना जाए गाय और कुत्तों को तेल में बनी चीजें खिलाने से आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी इस दिन शनि मंदिर में शनिदेव के साथ-साथ हनुमान जी के दर्शन करना शुभ माना गया है परंतु आपको इस बात का विशेष ध्यान देना होगा कि शनि देव के दर्शन करते समय उनकी आंखों में ना देखें आपको कोशिश करनी चाहिए कि शनिवार के दिन सूर्य देवता की पूजा मत कीजिए।