दांतो में झनझनाहट की समस्या से हैं परेशान तो हो सकते हैं ये 4 बड़े कारण
दांतों में सेंसेशन होना बहुत ही पीड़ादायक होता है। जब दांतों में अधिक सेंसेशन होने लगता है तो गर्म ठंडी चीजों को सोचकर भी दांतों में सेंसेशन होने लगता है। हर 10 में से 1 व्यक्ति दांतों में सेंसेशन से पीड़ित माना जाता है। दांतों में सेंसेशन के मामले में महिलाएं पुरूषों से आगे हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि महिलाओं में सेंसेशन की समस्या पुरूषों से अधिक होती है। मुंह का स्वस्थ रहना पूरी तरह से जरूरी है। मुंह के अस्वस्थ होने से स्वाद संबंधी समस्या से लेकर मुंह में बदबू आने तक की समस्या हो सकती है।
दांतों में किसी भी तरह की संवेदनशीलता खतरनाक है। खासकर गर्म चीजों से होने वाली सेंसेटिविटी दांतों के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह है। यह दांतों में किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा हो सकता है। हालांकि किसी भी प्रकार की संवेदनशीलता खतरनाक होती है। लेकिन सबसे कम खतरनाक होती है ठंडे चीजों से होने वाली सेंसटिविटी। ठंडे चीजों से होने वाली सेंसटिविटी बहुत कम मात्रा में होती है। और कभी कभी होती है। हालांकि इसका बहुत देर तक बना दांत संबंधी बीमारी का भी संकेत हो सकता है।
टीथ सेंसेटिविटी होने का कारण- इसमें दांतों और मसूड़ों में दर्द होने लगता है। यह समस्या तब आती है जब दांतों का आंतरिक डेटाइन लगातार टूट टूट कर गिरने लगता है। इससे दांतों को कवर नहीं मिल पाता और मसूड़ों में मौजूद छोटी छोटी नसें दर्द करने लगती हैं। इसलिए जैसे ही दांतों में ठंडा या कोई गर्म चीज लगता है तो दांतों में झनझनाहट होने लगती है। तो आइये जानते हैं आपके दांतो में सेंसेटिविटी के ऐसे ही और कौन कौन से कारण हो सकते हैं।
- खानपान में लापरवाही- खानपान में लापरवाही करने से कई तरह की स्वास्थय सम्स्याओं का सामना करना पड़ता है। पोषक तत्वों से भरपूर खाना होता के लिए जरूरी होता है। दांतों के लिए मीठे का अधिक सेवन अच्छा नहीं होता है और जंक फूड भी दांतों को नुकसान पहुंचाने में सहायक होते हैं। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि बैलेंस डाइट ही लें और दांत दर्द की समस्या से गुजर रहे हैं तो ऐसी चीजों का सेवन न करें जिससे दांतों में जोर पड़े। हरी सब्जी और फलों का सेवन काफी लाभदायक हो सकता है।
- दांतों से छेड़खानी- कुछ लोग अक्सर खाना खाने के बाद दांतों में फंसे हुए चीजों को निकालने के लिए झाड़ू के सिंक, टूथपिक आदि का गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं। कई लोग इसे अपनी आदत बना लेते हैं। इससे दांत और मसूड़े कमजोर हो जाते हैं। जिससे डेंटाइन को नुकसान होने लगता है।
- कैविटी- यह समस्या अक्सर अधिक मीठा खाने या ठंडा गर्म खाने से होता है। इसकी वजह से दांत सड़ने लगते हैं। और यह सड़न कई बार गंभीर रूप ले लेते हैं अगर यह सड़न नसों तक पहुंच जाए दांत सड़ सड़ कर टूटने भी लगते हैं। इससे दांतो में कमजोरी आती है।
- मसूड़े ढीले पड़ना- दांतों के डेंटाइन खुल जाने से मसूड़े ढीले पड़ने लगते हैं। यह समस्या दांतों के लगातार टूटने या खराब होने से होती है। इसी वजह से दांतों में सेंसिटिविटी होती है।