सिख विरोधी दंगे के मुद्दे पर कांग्रेस में मचा घमासान, राहुल के सामने आए पंजाब के मुख्यमंत्री
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को राज्य के विधानसभा में कहा है कि उन्होंने खुद सुना है कि 84 के दंगों में चार पांच कांग्रेसी नेताओं सज्जन कुमार, धर्मेंद्र दास शास्त्री, अर्जुन दास और एचकेएल भगत का नाम आया। राज्य के मुख्यमंत्री ने इस बारे में अपना अनुभव साझा करते हुए कहा है कि मैं दंगों के दौरान गुरूद्वारा रकाबगंज में लोगों से मिला। उसमें से कुछ लोग बोल तक नहीं पा रहे थे। कुछ लोग काफी डरे सहमे से थे। इसके आगे कैप्टन ने कहा कि मैंने उनमें से कुछ लोगों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बचार पांच लोगों के नाम बताए।
गौरतलब हो कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का बयान ऐसे समय में आया है जब विदेश में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 के सिख दंगों में कांग्रेस के शामिल होने को साफ इनकार कर दिया था। राहुल गांधी ने अपने लंदन दौरे में ये बात कही थी कि वह एक त्रासदी थी, एक दुखद अनुभव था। आप कहते हैं कि उसमें कांग्रेस पार्टी शामिल थी, लेकिन मैं इससे सहमति नहीं रखता। इसके बाद कांग्रेस के एक और बड़े नेता पी. चिंदबरम भी राहुल गांधी का बचाव करते नजर आए और उन्होने कहा कि इसमें कांग्रेस पार्टी बिल्कुल भी शामिल नहीं थी और इसके लिए राहुल को जिम्मेदार ठहराया जाना बिल्कुल भी उचित नहीं है क्योंकि राहुल उस समय महज 13 या 14 के साल रहे होंगे।
क्या कहा कैप्टन ने-
कैप्टन ने कहा कि इन नामों पर बीते 34 सालों से बहस जारी है और इन्हें जनता भी जानती है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि मैंने जो कहा मैं बीते 34 वर्षों से कहता आ रहा हूं। राज्य विधानसभा में कैप्टन अमरिंदर सिह ने कहा कि मुझे इसकी पृष्ठभूमि बताने दीजिए। तब उन्होंने कहा कि जब 84 में दंगे हुए तो मैं उस दौरान अपने भाईयों के साथ दिल्ली गया और दंगा प्रभावित इलाके में दिल्ली चक्कर लगा रहा था।
उस दौरान मैं यमुना समेत दंगा प्रभावित इलाके में गया था। वहां मेैंने कई जगह देखा कि अभी भी पानी में शव तैर रहे थे। और कुछ इलाकों में दंगे जारी थे। इसी कड़ी में मैं गुरूद्वारा रकाबगंज गया और वहां पीड़ितों से मिला। कुछ लोग बोल तक नहीं पा रहे थे, जबकि कुछ लोग डरे सहमे से थे। तब मेरी बात कुछ लोगों से हुई तो उन्होंने चार पांच लोगों के नाम लिए, जिनमें से एचकेएल भगत, अर्जुन दास, धर्मेंद्रदास शास्त्री, सज्जन कुमार के नाम शामिल थे।