अखबार में रखी खाने की चीजों का सेवन करते हैं तो जरूर पढ़ें यह खबर, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां
हमारे देश में प्रत्येक दिन लाखों-करोड़ों की संख्या में अखबारों की छपाई होती हैं। जो अखबार पुराने हो जाते हैं वे हमारे किसी काम के नहीं रहते इसलिए हम क्या करते हैं कि हम उनको रद्दी के भाव में बेच देते हैं लेकिन ये रद्दी अखबार गांवों और शहरों में समोसा, जलेबी, पोहा और पकौड़े जैसी दुकान चलाने वाले दुकानदारों के बहुत काम आते हैं। आपने देखा होगा कि ये लोग समोसा, जलेबी और पकौड़े जैसी खाने पीने की वस्तुओं को हमें अखबार में लपेटकर पकड़ा देते हैं, हो सकता है आपने भी कभी इन से अखबार में लपेटी गई कोई खाने पीने की वस्तु खरीदी हो या फिर कभी घर पर ही खाने पीने की वस्तुओं को रखने के लिए अखबार का प्रयोग किया हो। अगर आप ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि आप ऐसा करके आप अपने स्वास्थ्य को बहुत बड़े खतरे में डाल रहे हैं।
आप सोच रहे होंगे कि भला अखबार से हमें क्या परेशानी हो सकती है लेकिन जब आप हमारे इस पूरे लेख को पढ़ेंगे तो आप यकीनन अखबार में लपेटी गई खाने पीने की वस्तुओं को खाना छोड़ देंगे। दरअसल अखबार पर रखी चीजों को खाने से बहुत ही गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आपको बता दें कि अखबार की छपाई के लिए कुछ ऐसे खतरनाक केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है जिनसे हमें जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। जब भी आप कोई खाने पीने की वस्तु को अखबार पर रखते हैं तो अखबार की स्याही उसके साथ घुल जाती हैं और खाने के साथ हमारे पेट में चली जाती है जिसके बाद हमें अनेक प्रकार के रोग हो जाते हैं। आईये आपको बताते हैं कि अखबार में रखा खाना खाने से कौन कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
पाचन तंत्र का खराब होना : अखबार की स्याही में डिससोबूटिल फथलेट नामक खतरनाक तत्व होता है जो हमारे पाचन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करता है। जब यह तत्व खाने की चीजों के साथ हमारे पेट में चला जाता है तो हमारा पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है और भोजन पचाने में काफी परेशानी होती हैं।
प्रजनन क्षमता : जो महिलाएं अखबार में रखी खाने की वस्तुओं का प्रयोग करती हैं उन्हें प्रजनन संबंधी परेशानी हो सकती हैं। अखबार की स्याही में पाए जाने वाले केमिकल स्त्रियों की प्रजनन क्षमता को कम कर देता हैं। इसलिए हर महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए और इसके बारे में दूसरों को भी जागरुक करना चाहिए।
कैंसर : कई लोग यह सोचकर समोसे और पकोड़ो को अखबार पर रखते हैं ताकि जो फालतू का तेल हैं उसको अखबार सोंख लें। लेकिन ऐसा करना बहुत बड़ी मुर्खता हैं क्योंकि किसी भी गर्म तेल से बनी वस्तु को अखबार पर रखने से अखबार की स्याही जल्दी उस खाने की वस्तु में घुलती हैं जिससे फेफड़ें और मूत्राशय का कैंसर हो सकता हैं।
हॉर्मोन्स पर बुरा प्रभाव : ऐसी लापरवाही की वजह से व्यक्ति के हॉर्मोन्स पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे हार्मोंस असंतुलित हो जाता हैं और शरीर रोगों की चपेट में आ जाता हैं।
भारतीय खाघ संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) भी अखबार पर रखें खाने-पीने की चीजों से परहेज़ करने की नसीहत दे चुका हैं साथ ही ऐसे दुकानदारों के लिए जुर्माने का भी प्रावधान किया है जो अखबार में खाना परोसते हैं। उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी पसंद आई होगी और आगे से आप भी अखबार में रखीं वस्तुएं खाने से बचेंगे।