लंदन से राहुल गांधी का बड़ा बयान ‘बीजेपी और आरएसएस देश में फैला रही है नफरत’
लंदन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस और बीजेपी का नाम लिए बिना बड़ा हमला किया है और कहा कि आरएसएस अरब देशों के मुस्लिम ब्रदरहुड जैसी संस्था है। और यह देश के हर संस्था पर एक जैसी विचारधारा थोपना चाहती है। गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ऐसी संस्था है जो देश के लोगों को बांटने का काम करती हैं और कैप्चर करती हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी या अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के साथ ऐसा नहीं है। आपको बता दें कि विदेश से राहुल गांधी लगातार देश की केंद्र सरकार पर हमला कर रहे हैं। जर्मनी से लंदन पहुँचे राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग अपनी विचारधारा को देश के प्रत्येक संस्था में थोपने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को बांट रहे हैं। हमारा काम सभी लोगों को साथ ले जाना है जिससे देश आगे की ओर बढ़े।
भारत की प्रकृति को बदलने की हो रही है कोशिश- कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत की प्रगति तभी हुई जब जब सत्ता का विकेंद्रीकरण हुआ। लेकिन हम पिछले चार साल में देख रहे हैं कि सत्ता के केंद्रीकरण का पैमाना लगातार बढ़ा है। उन्होंने आरएसएस को निशाने में लेते हुए कहा कि हमारे देश की प्रकृति को बदली जा रही है और उसकी लगातार कोशिशें हो रही हैं । जबकि अन्य पार्टियों ने भारत के किसी भी संस्था को कैप्चर करने या हमला करने का कभी भी प्रयास नहीं किया। राहुल गांधी ने कहा कि भारत के वर्तमान केंद्र शासन में कोई भी सुगठित रणनीति नहीं दिखती।
लोगों को साथ ले जाना हमारा काम- बीजेपी और आरएसएस हमारे अपने ही लोगों के बीच नफरत की आग फैलाने का काम कर रहे हैं। जबकि हमारा काम लोगों को एकसाथ लेकर चलना है। और हमने ये दिखाया है कि कैसे किया जाता है।
बीजेपी का पलटवार- बीजेपी के सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा है कि सबसे ज्यादा विदेश यात्रा राहुल गांधी करते हैं। और विदेशों में जाकर देश की अर्थव्यवस्था का ज्ञान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सबकुछ बांटा है और अब विदेश में जाकर हमारे देश का अपमान कर रहे हैं। बीजेपाी ने कहा कि विदेश में जाकर राहुल गांधी देश के बारे में बोल रहे हैं ये उनकी अपरिपक्वता और अक्षमता को दर्शाता है। बीजेपी ने कहा कि एक नादान नेता अपने पार्टी को अपनी पार्टी को जिस हालत में पहुँचा चुके हैं अब वो देश को भी उसी हालत में पहुँचाना चाहते हैं।