लड़कियोंं में तेज़ी से बढ़ रही है ऐब्नॉर्मल पीरियड्स की समस्या, जिससे हो सकती है ये बीमारियां
पीरियड्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे हर लड़की एक उम्र के बाद ज़रूर गुजरती है। आमतौर पर पीरियड्स 21 से 28 दिनों के बीच में आता है, लेकिन कई बार पीरियड्स मिस हो जाता है, जिसको अनियमिता कहते हैं। अनियमिता को अंग्रेजी को में ऐब्नॉर्मल पीरियड्स कहते हैं। पीरियड्स अगर कभी कभी मिस हो जाए तो चलता है, लेकिन अगर आपको इसकी अक्सर परेशानी बनी रहती है, तो यह आपकी हैल्थ के लिए खतरा हो सकता है। पीरियड्स गैपिंग में 10 दिन चलता है, लेकिन अगर यह गैप महीने या दो महीने का हो जाए तो यह आपकी खराब सेहत की तरफ इशारा करता है। तो चलिए जानते हैं कि ऐब्नॉर्मल पीरियड्स क्या है और इससे लड़कियों के सेहत पर क्या असर पड़ता है?
अनियमित और असामान्य पीरियड्स से मतलब है कि एक महीने में दो बार पीरियड्स आना या फिर 2 से 3 महीने में एक बार पीरियड्स आना। ये दोनों हालात ही लड़कियोंं के सेहत के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं, क्योंकि पीरियड्स एक चक्र है, जिसका समय पर होना इस तरफ इशारा करता है कि आप स्वस्थ हैं, लेकिन अगर इसकी अवधि में बदलाव हो रहा है, तो यह आपके लिए खतरे की घंटी हो सकती है। कई बार ऐब्नॉर्मल पीरियड्स की वजह से लड़कियां स्पॉटिंग की भी शिकार होती हैं। चलिए अब जानते हैं कि ऐब्नॉर्मल पीरियड्स के लक्षण क्या हैं।
ऐब्नॉर्मल पीरियड्स के लक्षण
ऐब्नॉर्मल पीरियड्स के दौरान लड़कियां कई लक्षणोंं को महसूस कर सकती हैं, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण लक्षणोंं की चर्चा नीचे की गई है –
- महीने में दो या तीन बार पीरियड्स आना
- 2 से 4 महीने में एक बार पीरियड्स आना
- पेट के निचले हिस्से में अधिक दर्द होना
- महीने में कई बार स्पॉटिंग का शिकार होना
- ज़रूरत से ज्यादा ब्लीडिंग होना
- ज़रूरत से कम ब्लीडिंग होना
ऐब्नॉर्मल पीरियड्स से हो सकती हैं ये बीमारियां
ऐब्नॉर्मल पीरियड्स यानि अनियमिता होने पर लड़कियों या महिलाओं में कई तरह की बीमारियां देखी जा सकती है, जिनमें से कुछ गंभीर बीमारियों का जिक्र नीचे किया गया है –
- गर्भधारण की समस्या – शादी से पहले या शादी के बाद ऐब्नॉर्मल पीरियड्स की समस्या होने पर गर्भाशय से जुड़ी बीमारियां हो जाती है, जिसमें ओवरी सिस्ट आदि शामिल है। अनियमिता होने की वजह से लड़कियों में प्रजनन क्षमता कम हो जाती है, जिसकी वजह से उन्हें गर्भधारण करने में दिक्कतें होती हैं।
- थायराइड की समस्या – अनियमिता होने की वजह से लड़कियां थायराइड की चपेट में आ जाती है। यही वजह है कि आजकल थायराइड की समस्या काफी बढ़ गई है। दरअसल, ऐब्नॉर्मल पीरियड्स की वजह से थायराइड ग्लैंड का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से थायराइड की समस्या पैदा होती है।
- अंसतुलित हार्मोन की समस्या – ऐब्नॉर्मल पीरियड्स होने की वजह से महिलाओं या लड़कियों में हार्मोन का स्तर पूरी तरह से बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से अनचाहे बालों की समस्या तेजी से बढ़ती है। हार्मोन का बैलेंस बिगड़ने से बॉडी में कई तरह की समस्या होती हैं।
ऐब्नॉर्मल पीरियड्स के लक्षण दिखते ही लड़कियोंं को डॉक्टर से ज़रूर संपर्क कर लेना चाहिए। डॉक्टर इसके लिए आपको कुछ टेस्ट कराने के लिए कहेंगे, जैसे- ब्लड टेस्ट, थायराइड, प्रेगनेंसी टेस्ट आदि हो सकता है। अगर पीरियड्स आने में दस दिन भी लेट हुआ तो आपको किसी स्त्री विशेषज्ञ से ज़रूर संपर्क करना चाहिए, वरना आपको आगे चलकर बांझपन जैसी खतरनाक बीमारियों से भी जूझना पड़ सकता है।