प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी का देश के साथ-साथ गुजरात से भी काफ़ी लगाव रहा है। आख़िर हो भी क्यों ना आख़िर गुजरात उनका गृहनगर है। हर व्यक्ति को अपने गृहनगर से काफ़ी लगाव होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आगे ले जानें के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। हालाँकि इनकी कुछ योजनाएँ असफल हो गयी, लेकिन फिर भी ये जी-जान से लगे हुए हैं। इन्होंने देश का विकास करने के बारे में निर्णय कर लिया है, अब पीछे देखने का कोई सवाल ही नहीं है।
बनेंगे सामूहिक ई-गृहप्रवेश के साक्षी:
प्रधानमंत्री की योजना के तहत देश के हर कोने में काम तेज़ी से हो रहे हैं। वहीं गुजरात के वलसाड जिले के जुजवाँ गाँव में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) जिसका लक्ष्य सभी को आवास उपलब्ध करवाना है। पीएम मोदी सामूहिक ई-गृहप्रवेश के साक्षी बनेंगे। इस योजना के तहत एक साथ गुजरात के 26 जिलों में गृहप्रवेश का आयोजन किया जाएगा। वलसाड में गुजरात के पाँच जिलों के लाभार्थी वलसाड, नवसारी, तापी, सूरत, और डांग के एकत्रित होंगे।
बाक़ी के अन्य जिलों में सामूहिक गृहप्रवेश का आयोजन प्रखंड स्तर पर किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें इन जिलों के लाभार्थी एक वीडियो लिंक के ज़रिए वलसाड में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इस आयोजन के बारे में कहा जा रहा है कि इसमें लगभग 2 लाख लोगों के जुड़ने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग विकासकारी योजनाओं जैसे, दिनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना, मुख्यमंत्री ग्रामोदय योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका अभियान के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और नियुक्ति पत्र सौपेंगे।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी महिला बैंक सहायकों को नियुक्ति पत्र और छोटे एटीएम भी वितरित करेंगे। प्रधानमंत्री वहाँ एक सभा को सम्बोधित करेंगे।जूनागढ़ में भी प्रधानमंत्री कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। जूनागढ़ में एक सरकारी अस्पताल, जूनागढ़ नगर पालिका परिषद की 13 परियोजनाएँ, खोखराडा में एक दुग्ध प्रसंस्करण इकाई भी इन परियोजनाओं में शामिल है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री वहाँ पर एक सभा को भी सम्बोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के गाँधीनगर में स्थित गुजरात फ़ोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में भी जाएँगे और वहाँ के छात्रों को सम्बोधित करेंगे।
जानकारी के अनुसार दिल्ली लौटने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांधीनगर में सोमनाथ न्यास ने होने वाली एक बैठक में भी भाग लेंगे। आपको बता दें सोमनाथ न्यास की देखरेख में ही सोमनाथ मंदिर का संचालन होता है। इस मंदिर की पूरी ज़िम्मेदारी इसी न्यास के ऊपर है। पीएम मोदी की लगातार इस तरह की यात्राओं को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि पीएम मोदी जनता को लुभाने की कोशिशों में लगे हुए हैं, जिससे आने वाले चुनावों में भाजपा को ज़्यादा से ज़्यादा वोट मिल सके। हालाँकि आने वाले चुनावों में भाजपा की क्या हालत होगी, यह तो समय बताएगा। लेकिन एक बात तो तय है कि पीएम मोदी देश के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।