अटल जी को श्रद्धांजलि देते नरेंद्र मोदी की इस तस्वीर को देखकर हो जाएँगे हैरान
यह बात अब पूरी दुनिया को पता चल गयी है कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके जानें का दुःख देश के हर एक व्यक्ति को है। अटल जी का व्यक्तित्व ऐसा था कि उन्हें हर कोई पसंद करता था। वैचारिक मतभेद होने के बाद भी विपक्ष अटल बिहारी वाजपेयी की इज़्ज़त करता था। जब अटल जी भाषण देते थे तो लोग उनके भाषण को सनने के लिए तरसते थे। विपक्ष भी इनका भाषण बहुत ध्यान से सुनता था।
दत्तक पुत्री नमिता ने दी अटल जी को मुखाग्नि:
16 अगस्त को दिल्ली के एम्स में 5 बजकर 5 मिनट पर अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने जीवन की आख़िरी साँस ली। अब वो हमारे बीच भले ही ना हों, लेकिन उनके योगदानों की वजह से देश हमेशा उन्हें याद करेगा। वो अपने कर्मों की वजह से अमर हो गए हैं। शुक्रवार की शाम को 4 बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें अटल बिहारी वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी।
देश के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए श्रद्धांजलि में:
अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु के बाद सबसे पहले उनके पार्थिव शरीर को एम्स से उनके निवास स्थान पर लाया गया। वहाँ भाजपा के साथ ही देश की अन्य राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने उनका अंतिम दर्शन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। अटल जी का व्यक्तित्व ही ऐसा था कि उनके आख़िरी दर्शन करने के लिए देश के कोने-कोने से नेता दिल्ली आए। अटल जी को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे तमाम दिग्गज कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए थे।
इन लोगों के अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए यहाँ आयी हुई थीं, उन्होंने भी अटल जी को श्रद्धांजलि दी। देश के वतमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पार्टी के वरिष्ठ नेता और अटल जी के दोस्त लाल क्रिशन आडवाणी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और अन्य नेता भी शामिल हुए थे। अटल जी के निवास पर श्रद्धांजलि देने आए कुछ नेताओं ने यह भी साबित कर दिया कि किसी को श्रद्धांजलि कैसे दी जाती है। कुछ नेताओं को देखकर तो लगा कि वो बस ऊपरी मन से श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
नंगे पैर गए थे मोदी और अमित शाह:
आपको जानकर हैरानी होगी कि अटल जी को श्रद्धांजलि देने आए कुछ नेता तो ऐसे भी थे, जिनके ऊपर निगाह पड़ी तो लोग देखकर हैरान हो गए। आपको बता दें अटल जी के आख़िरी दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए आए ज़्यादातर नेताओं ने पैरों में सैंडल या जूते पहले हुए थे। लेकिन जब पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आए तो उन्हें देखकर सब हैरान हो गए। जी हाँ दोनो अटल जी के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए नंगे पैर ही आए थे। आपको बता दें नरेंद्र मोदी अटल जी को पिता समान मानते थे। अटल जी मोदी के राजनीतिक गुरु भी थे। अटल जी के एक फ़ैसले की वजह से ही नरेंद्र मोदी रातोंरात मुख्यमंत्री भी बने थे।