तेजी से फैल रहा है वायरल फीवर, जानिए इसके घरेलू उपाय
वायरस या विषाणुओं के संक्रमण से होने वाले बुखार को वायरल फीवर कहते हैं। अचानक ठंडे वातावरण में आने से अधिकतर ये वायरस हमारे शरीर के अंदर आ जाते हैं। और हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करते हैं। वायरल बुखार संक्रामक होता है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक बहुत आसानी तथा बहुत ही तेजी के साथ पहुँचती है। इसके विषाणु सॉंस द्वारा एक से दूसरे व्यक्ति तक पहुँचते हैं और ये विषाणु बहुत ही जल्दी हमारे शरीर के अंदर सक्रिय हो जाते हैं। और यह विषाणु लगातार इम्यूनिटी सिस्टम को कमजोर करते हैं। तो आइए जानते हैं इसके लक्षण क्या हैं और कैसे आप इसका घरेलू उपचार भी कर सकते हैं।
वायरल फीवर के लक्षण-
गले में दर्द, सिर दर्द, थकान, हड्डियों में दर्द होना, इनके अलावा उल्टी दस्त होना भी वायरल फीवर के प्रमुख लक्षणों में आते हैं। वायरल फीवर कई लोगों को एक निश्चित समय में ही आता है। वायरल फीवर की प्रवृत्ति रूक रूक कर होने की होती है। वायरल फीवर से ठंड लगती है चाहे वो गर्म दिन ही क्यों न हो। अगर इस तरह का कोई भी लक्षण दिखे तो चिकित्सक से परामर्श करवाएँय़
वायरल फीवर के घरेलू उपाय-
- हल्दी और अदरक- हल्दी में उपस्थित एंटी अॉक्सीडेंट बुखार को ठीक करने में सहायक होते हैं। हल्दी और अदरक को गर्म पानी में उबाल कर पीने से स्वास्थय संबंधी काफी लाभ मिलता है।
- तुलसी- तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं। जिससे शरीर के सभी वायरस खत्म हो जाते हैं। इसे चाय या गर्म पानी में डालकर पीने से फायदा होता है। लौंग के चूर्ण और ताजे तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीना भी बुखार के लिए फायदेमंद रहता है।
- धनिया की चाय- सुनने में अजीब लग रहा होगा लेकिन आपको बता दें कि धनिया सेहत का धनी होता है। धनिया चाय वायरल बुखार में औषधि का काम करती है।
- नींबू और शहद- नींबू का रस और शहद वायरल फीवर के असर को कम करते हैं।
- तरल पदार्थ – वायरल फीवर में अधिक से अधिक तरल पदार्थ लें। रेस्ट लेना भी इसका एक अच्छा उपाय है। ज्यादा हेवी वर्क न करें। और थकने से बचें।
- अधिक भोजन न करें- वायरल में हमारे शरीर का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इसलिए मसालायुक्त भोजन करने से बचें।
- डिहाइड्रेशन से बचें- शरीर को पानी की कमी से बचाएं और ये न सोचें कि बुखार है तो पानी नहीं पीना है। पानी, सूप, फलों के रस का खूब सेवन करें। क्योंकि वायरल फीवर में शरीर को डिहाइड्रेशन का खतरा भी बना रहता है।
वायरल फीवर से बचाव के उपाय-
वायरल बुखार में बचाव करना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि कई बार इसमें दवा भी काम नहीं करती। क्योंकि जो एंटी बायोटिक दवा होते हैं वे सिर्फ बैक्टिरिया के विकास को रोकती हैं । उन्हें मारती नहीं हैं। इसलिए इससे बचने का अच्छा उपाय बचाव है।
- प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं- रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए खूब पानी पिएं, संतुलित आहार करें। विटामिन युक्त भोजन करें जो आपके प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएंगे और वायरल से लड़ने में सहायक भी होंगे।
- अच्छी नींद लें- अच्छी नींद न लेना सेहत के साथ साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर करती है। इसलिए डेली सात से आठ घंटे का नींद जरूर लें।
- भीड़ भाड़ इलाके में न जाना, बाहर का भोजन न करना, स्वच्छता बनाए रखना आदि वायरल से बचने के उपाय हैं।