परिवर्तन यात्रा से बीजेपी का मिशन यूपी शुरु; पीएम मोदी मुख्य चेहरा, लेकिन….
नई दिल्ली – यूपी में बीजेपी एक या दो नहीं बल्कि आधा दर्जन चेहरे लेकर चुनाव मैदान में उतरने जा रही है। चुनाव को किसी एक व्यक्ति पर केंद्रित न करने की रणनीति से पार्टी ने साफ कर दिया है कि वो इस चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगी। UP Election BJP’s mission.
बीजेपी का मिशन यूपी, निकालेगा खास रथ (UP Election BJP’s mission) –
पांच नवंबर से सहारनपुर से शुरू हो रही पार्टी की परिवर्तन यात्राओं में रथों के ऊपर छह प्रमुख नेताओं के चेहरे लगाए जा रहे हैं। बीजेपी की इस रथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा चार चेहरों को प्रतिनिधित्व सौंपा गया है। इनमें न तो बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ शामिल हैं और न ही बीजेपी सांसद वरुण गांधी और स्मृति ईरानी हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि इन चार नेताओं, जो की अलग-अलग वर्ग से आते हैं, इनको आगे करके बीजेपी यूपी के वोटरों में संदेश देने की कोशिश करेगी। सूत्रों का कहना है कि अब तक भाजपा में राय बनी है कि मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित न किया जाए।
सपा गुंडाराज और बसपा भ्रष्टाचार की प्रतीक –
अभी हाल ही में भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में कहा है कि प्रदेश में गुंडाराज सपा और भ्रष्टाचार बसपा का प्रतीक बन गया है। बीते 14 साल में उत्तर प्रदेश बहुत पिछड़ गया है। जिस भ्रष्टाचार को लेकर मायावती को जनता ने नकारा था, वे अब किस नैतिकता के साथ जनता के सामने जा रहे हैं। परिवर्तन यात्रओं का समन्वय राष्ट्रीय सचिव महेंद्र सिंह करेंगे, जबकि महासचिव भूपेंद्र यादव और अनिल जैन रणनीतिक सलाहकार की भूमिका में हैं।
उमा करेंगी भगवा ब्रिगेड का प्रतिनिधित्व –
ख़बरों के अनुसार, उमा भारती को परिवर्तन यात्राओं में रथों में पिछड़ा वर्ग के साथ ही भगवा ब्रिगेड की प्रतिनिधि के तौर पर भी जगह मिली है। इसे सांसद योगी आदित्यनाथ के लिए झटका माना जा रहा है। परिवर्तन रथों पर लिखें गए ‘न गुंडाराज, न भ्रष्टाचार, अबकी बार भाजपा सरकार’ और ‘पूर्ण बहुमत संपूर्ण विकास, भाजपा पर है विश्वास’ दो नारे प्रचार अभियान में अहम रहेंगे।