कुमार विश्वास ने साधा केजरीवाल पर निशाना, कहा इतिहास गिन रहा है शिशुपाल की ग़लतियाँ
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी में बिखराव का सिलसिला बदस्तूर जारी है। लगातार एक के बाद एक नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। एक समय योगेन्द्र यादव, आशुतोष, कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी की जान हुआ करते थे। लेकिन योगेन्द्र यादव ने ख़ुद को इस पार्टी से बहुत पहले ही अलग कर लिया था। अब बारी है पत्रकार सेन नेता बने आशुतोष की। आशुतोष ने बुधवार की सुबह ट्वीट करके कहा कि वह आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं, अब वह इसका हिस्सा नहीं हैं।
आशुतोष के इस्तीफ़े के बाद कुमार विश्वास ने ट्वीट करके आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। कुमार विश्वास ने लिखा कि आज़ादी मुबारक हो। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि “हर प्रतिभासम्पन्न साथी की षड्यंत्रपूर्वक निर्मम राजनैतिक हत्या के बाद एक आत्ममुग्ध असुरक्षित बौने और उसके सत्ता-पालित, 2G धन लाभित चिंटुओं को एक और “आत्मसमर्पित-क़ुरबानी” मुबारक हो ! इतिहास शिशुपाल की गालियाँ गिन रहा है, आज़ादी मुबारक।”
कुमार विश्वास पर लगाया था पार्टी को तोड़ने का आरोप:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कुमार विश्वास केजरीवाल पर निशाना साध रहे हों, इससे पहले भी उन्होंने कई बार अरविंद केजरीवाल पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है। राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद उन्होंने पार्टी पर सीधे तौर पर निशाना साधा था। जानकारी के अनुसार राज्य सभा में संजय सिंह, नारायण दस गुप्ता और सुशील गुप्ता को भेजने के बाद से कुमार विश्वास का ग़ुस्सा साफ़ जहलक रहा था। नामों का ऐलान होने के बाद से आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया था।
मारेंगे पर शहीद नहीं होंगे देंगे:
इसके बाद कुमार विश्वास ने कहा था कि मेरे शव के साथ छेड़छाड़ ना करे, मुझे पता है कि माहिष्मति की शिवगामी कोई और है। हर बार एक नए कतप्पा को पेश किया जाता है। केवल यही नहीं उस समय विश्वास ने बताया कि उन्हें अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि मारेंगे पर शहीद नहीं होने देंगे। उनका कहना था कि हर युद्ध का एक नियम होता है। शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती है। कुमार विश्वास ने कहा था कि आपकी यानी अरविंद केजरीवाल की इच्छा के बिना वहाँ पर कुछ नहीं होता है। आपसे असहमत रहकर दल में जीवित रहना काफ़ी मुश्किल है।
कुमार विश्वास ने की थी पार्टी को जिताने के लिए जी-जान से मेहनत:
आपकी जानकारी के लिए बता दें अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी पर पूरी तरह से अपना क़ब्ज़ा कर लिया है। पार्टी में अन्य सदस्यों की कोई सुनवाई नहीं होती है। एक समय कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी की जान हुआ करते थे, लेकिन अब कई दिनों से कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। अब ऐसे में आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की नैया डूबती है या पार लगती है, यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान सभी ने मिलकर पार्टी के लिए जी-जान से मेहनत की थी। उसी का नतीजा यह रहा कि पार्टी ने दिल्ली में बहुमत से जीत दर्ज की। लेकिन अब ऐसा शायद ही हो।