इस आटे की रोटी बड़ी से बड़ी बीमारियों को जड़ से खत्म करती है, पढ़िए ये जरूरी खबर
चना हर तरह से शरीर को फायदा देता है, फिर चाहे वो चना भुना हो या फिर भीगा हुआ हो. चना बॉडी में ताकत प्रदान करने वाला एक बहुत ही ऊर्जावान खाद्द पदार्थ होता है जो जिसे सुनकर लोगों की रूचि भोजन में पैदा करती है. सूखा भुना चना तो हर गुणों से भरपूर होता है, ये बहुत ही रूक्ष-वात तथा कुष्ठ रोगों को भी खत्म करने वाला होता हैं. उबले हुए चने कोमल, पित्त, कमजोरी नाशक, रुचिकारक, शीतल, कषैले, ग्राही, वातकारक, हल्के, कफ और पित्त नाशक भी होते हैं. इसके अलावा इस चने के आटे की रोटी के भी अपने कई महत्व हैं. इस आटे की रोटी बड़ी से बड़ी बीमारियों को जड़ से खत्म करती है, जिसे आम बोलचाल भाषा में बेसन भी कहा जाता है.
इस आटे की रोटी बड़ी से बड़ी बीमारियों को जड़ से खत्म करती है
1. चना हमारी बॉडी में फुर्ती लाने का काम करता है. ये खून में एकदम जोश पैदा करने वाला खाद्द पदार्थ है. चना तबियत को नर्म करके खून को साफ करने का काम करता है.
2. अगर आपकी आवाज में कोई गड़बड़ी आपको लगती है तो रोज भुने चने खाना आपकी आवाज को साफ कर देता है. चना खाने से पेशाब भी खुलकर आता है. इसको रात में पानी में भिगोकर खाने से बॉडी में भी ताकत आती है.
3. भीगे हुए चने को सुबह खाने से चना ख़ासकर किशोरों, जवानों और मेहनत करने वाले सभी लोगो के लिए एक बहुत ही पौष्टिक नाश्ता होता है।
4. चने के आटे की रोटी बहुत टेस्टी होती है. इसके छिलके सहित चनो को पीसकर आटा बनाकर फिर इसकी रोटी खऱाने के कई गुणकारी फायदे होते हैं. अगर इस आटे में ज़रा सा गेहूं का आटा मिलाकर रोटी बनाएं तो उसे मिस्सी कहते हैं.
5. यह रोटी त्वचा संबंधी रोग जैसे कि दाद, खाज, खुजली, एक्जिमा में काफी फायदेमंद होती है इसमें सब्जी का जूस मिला देने से यह और भी लाभकारी हो जाती है.
6. बच्चों को मंहगे बादाम नहीं खिला सकते तो काले चने खिलाना भी बेहतर ऑप्शन होता है. जहां एक अंडे में एक ग्राम प्रोटीन और 30 कैलोरी ऊष्मा की प्राप्ति होती है वहीं काले चने से 41 ग्राम प्रोटीन और 864 कैलारी उष्मा की प्राप्ति होती है.
7. 50 ग्राम भुने चनों को एक सूती कपड़े में बांधकर इसकी पोटली बना लें और रातभर के लिए छोड़ दें. इस पोटली को हल्का सा गर्म करके अपनी नाक पर लगाकर सूंघ लें ऐसा करने से आपका जुखाम ठीक हो जाएगा, फिर आपको सांस लेने में भी कोई परेशानी नहीं होगी. चने को पानी में उबाल कर फिर इस पानी को पी लें और चनो को खा लें.
8. एक या दो मुट्ठी चनों को अच्छे से धोकर रात में भिगो कर रख दें, सुबह ज़ीरा और सोंठ को बारीक़ पीसकर चनों पर ऊपर से डालकर खाएं. फिर एक घंटे बाद जिस पानी में चने भिगोए थे उसे पी लें, इससे कब्ज में आराम मिलेगा.
8. अंकुरित चना, अंजीर व शहद को एक साथ मिलाकर या फिर गेहूं के आटे में चने का आटा मिलाकर इसकी रोटी खाने से कब्ज की शिकायत खत्म हो जाती है. रात को करीब 50 ग्राम चना भिगो कर रख दें फिर सुबह इन चनों को ज़ीरा और नमक के साथ खाने से भी कब्ज की शिकायत दूर हो जाती है.
9. अगर आप रूसी से बहुत परेशान हैं तो 4 बड़े चम्मच बेसन को एक गिलास पानी में अच्छे से घोलकर अपने बालों पर लगा लें. इसे 10 से 15 मिनट बाद बालों को अच्छे से धो लें. इससे सर की रूसी दूर हो जाएंगी.
10. अगर आपको खूनी बवासीर की शिकायत है और आप इससे बहुत परेशान हैं तो देसी चनो को सेककर गर्म-गर्म खाने से खूनी बवासीर में बहुत लाभ मिलता है.