PM मोदी की तारीफ करने वाले इमरान होंगे पाकिस्तान के नबाव, तो क्या सुधरेंगे पाक-भारत के रिश्ते?
पाकिस्तान आम चुनाव के नतीजोंं की गिनती गुरूवार को जारी है। इस बार पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन होता दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान की जनता इस बार बतौर प्रधानमंत्री के तौर पर इमरान खान को देखना चाह रही है। यही वजह है कि इमरान खान की पार्टी बढ़त बनाए हुए हैं। अभी तक हुई मतगणना के हिसाब से इमरान खान की पार्टी नंबर वन पर चल रही है। ऐसे में अगर इमरान के पास पूरी सीट भी नहीं आती है, तो उन्हें पीएम बनने के लिए किसी न किसी पार्टी के साथ गठबंधन करना पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं कि इमरान के पीएम बनने के बाद आखिर भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में क्या फर्क पड़ेगा?
जब पाकिस्तान के पीएम नवाज शऱीफ थे, तब भारत औऱ पाकिस्तान के बीच के रिश्तों में कड़वाहट देखने को मिली, लेकिन अब जानकारों की माने तो दोनों के बीच के रिश्ते में बड़ा फर्क रहेगा। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी 119 सीटोंं पर आगे चल रही है, तो ऐसे में यही कहा जा सकता है कि अबकी बार पाकिस्तान में इमरान की सरकार। इमरान लगभग जीत रहे है, एक या दो सीटोंं का ही हो सकता है फर्क रहे। इमरान खान अपने बड़बोले बयानों को वजह से जाने जाते हैं। इमरान खान के बारे में पाकिस्तान में कई सारी बाते होती हैं।
इमरान खान के बारे में कहा जाता है कि जब से इमरान ने राजनीति में कदम रखा है, तब से ही पीएम पद के लिए शेरवानी सिलवा कर रखी है। अब इसे इमरान का आत्मविश्वास कहे या फिर उनकी जिद, लेकिन इमरान का ये सपना अब पूरा होने जा रहे हैं। इन सबके बीच पाकिस्तान औऱ भारत की जनता को सिर्फ एक ही बात खाई जा रही है कि आखिर सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों के बीच के रिश्ते कैसे होंगे, क्या रिश्तोंं में सुधार आएगा या और बिगड़ जाएंगे। चलिए समझते हैं इन तथ्योंं से….
पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान भारत के पीएम की खूब तारीफ करते हैं। कई बार रैली में कहते हुए नजर आएं है कि पीएम मोदी कम से कम ईमानदार तो है, क्योंकि इनका एकाउंट विदेशोंं में नहीं है। ऐसे में जानकारोंं का मानना है कि थोड़ा नरम रिश्ता हो सकता है, लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि इमरान ने जब भी पीएम मोदी की तारीफ की है, तो इसलिए की है क्योंकि वो नवाज शरीफ पर कटाक्ष करते थे। ऐसे में जब भारत और पाकिस्तान के रिश्ते की बात आती है, तो इमरान को पीएम मोदी की ईमानदारी नहीं बल्कि दोनों देशोंं के बीच झगड़े याद आते हैं।
दरअसल, इमरान खान एक तीर से दो निशाने मारने में माहिर है। यही वजह है कि विदेशों में अपनी छवि को बचाने के लिए वो पीएम मोदी की तारीफ करते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की गलियों में हिंदुस्तान के लिए नफरत पैदा करना भी नहीं भूलते हैं। इन सबके बीच पीएम मोदी के कंधे पर बंदूक चलाकर इमरान सिर्फ अपनी राजनीति को ही चमकाना चाह रहे थे, जोकि सफल हुए, क्योंकि वो पाकिस्तानी सेना को भी अपने खेमे में करना चाह रहे हैं, जिसके लिए उन्होंंने एक बार कहा था कि नवाज भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान की सेना को कमजोर कर रहे हैं, ऐसे में पाकिस्तानी सेना पूरी तरह से इमरान के खेमे में आ चुकी है।