यूपी चुनाव: महागठबंधन की राह पर उत्तर प्रदेश, मिलेंगे कांग्रेस और मुलायम के हाथ?
लखनऊ/नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश में आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए बिहार कि तर्ज पर महागठबंधन की एक और दिलचस्प कोशिश शुरू हुई है। सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी और अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस पार्टी अभी तक गठबंधन की बात को सिरे से नकार रही थीं, लेकिन अब इन दोनों पार्टियों ने यूपी भाजपा के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एक साथ चुनाव लड़ने की कोशिशें तलाशनी शुरू कर दी हैं। UP polls Alliance in Uttar Pradesh.
ऐसी खबर है कि सपा आने वाले चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। मंगलवार को कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुलायम सिंह से मुलाकात की और उनकी यह बैठक दो घंटे तक चली।
भाजपा को रोकने के लिए हो रहा महाठबंधन –
बीती रात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की अचानक मुलाकात के बाद से यूपी में महाठबंधन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई। गौरतलब है कि यह बात तब हुई जब कांग्रेस, जेडीयू और अजित सिंह ने संकेत दिए थे कि मुलायम खुद महागठबंधन बनाने के लिए पहल नहीं कर रहे हैं ऐसे में अभी बात आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
यूपी में लगेगा बिहार फार्मूला –
बिहार में महागठबंधन की ऐतिहासिक सफलता के बाद उसी फार्मूले को यूपी में दोहराने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल कांग्रेस के पास कुछ दलित वोट है। नीतीश कुमार के पास अति पिछड़ों को रिझाने का दमखम है तो मुलायम सिंह यादव के पास यादव और मुसलमान मतदाता है। अजीत सिंह इसमें जाटों के कुछ वोट जोड़ सकते हैं जो कई सीटों पर जीत के लिए निर्णायक हो सकता है।
अगर ऐसा हो पाता है तो भाजपा विरोधी दल सूबे में एक मज़बूत गठबंधन खड़ा कर पाने में सफल होंगे और चुनाव पर इसका व्यापक असर पड़ेगा।
महागठबंधन की शर्त – अखिलेश यादव होंगे सीएम चेहरा –
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी को यह साफ कर दिया कि वह चाहते हैं कि सपा की कमान पूरी तरह से अखिलेश यादव को दी जाए। माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने सपा के प्रमुख नेताओं तक अपना यह संदेश पहुंचाया है कि यदि अखिलेश यादव को आम सहमति से सपा का चेहरा घोषित किया जाए तो कांग्रेस महागठबंधन के लिए तैयार है।
ख़बरों के मुताबिक, मीटिंग में समाजवादी पार्टी सांसद अमर सिंह भी मौजूद थे। आपको बता दें कि सीएम अखिलेश यादव हमेशा से अमर सिंह के खिलाफ में रहे हैं। मीटिंग की डीटेल तो उजागर नहीं कई गई, लेकिन ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस और सपा में गठबंधन हो सकता है।