150 वर्षों बाद लगेगा ऐसा दुर्लभ चंद्रग्रहण, गर्भवती महिलाओं पर होगा अशुभ प्रभाव-जानिए क्या करें
27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है और इसी दिन सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण लगने वाला है. ये चंद्रग्रहण दो संयोगों में पड़ रहा है, इसका पहला संयोग चंद्र ग्रहण अष्टांग योग में 104 सालों के बाद पड़ रहा है और इसका दूसरा संयोग गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रगहण की स्थिति का योग 19 सालों के बाद पड़ रहा है. इससे पहले 16 जुलाई साल 2000 में गुरु पूर्णिमा को चंद्रग्रहण लगा था. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण के दौरान प्रतिमा स्पर्श, पूजा पाठ, भोजन करने से बचने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी बहुत बचने की जरूरत होती है. इस बार 150 वर्षों बाद लगेगा ऐसा दुर्लभ चंद्रग्रहण, जिसमें कुछ कामों से बचने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं को भी बचना होगा वरना बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है और आपको कई परेशानियां हो सकती हैं.
150 वर्षों बाद लगेगा ऐसा दुर्लभ चंद्रग्रहण
ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्रियों को क्या करना चाहिए क्या नहीं ये बात बहुत खास होती है. 27 जुलाई को लगने वाले पूर्ण चंद्रग्रहण बहुत ही प्रभावशाली माना जा रहा है. शास्त्रों के अनुसार, इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर गर्भवती स्त्रियों पर पड़ता है. ज्योतिषों की जानकारी के मुताबिक 150 साल बाद ऐसा चंद्रग्रहण का योग गर्भवती स्त्रियों के लिए बहुत अशुभ संयोग बन रहा है.
1. ग्रहण शुरु होने से पहले और समाप्त होने पर गर्भवती महिलाओं को स्नान जरूर करना चाहिए. क्योंकि ग्रहण की तरंगों के कारण वातावरण दूषित हो जाता है जिससे बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को शुद्धि की जरूरत होती है.
2. जिस समय ग्रहण काल चल रहा हो तब गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि गर्भवती महिलाओं के ऊपर अगर ग्रहण का असर पड़ जाता है तो बहुत बड़ी समस्या हो सकती है.
3. गर्भवती महिलाओं को घर में भी रहने के लिए बहुत से जतन करने पड़ेंगे. जैसे उन्हें अपने पेट पर तुलसी, चंदन, गेरू या फिर गोबर का लेप लगाना चाहिए. ऐसा करने से गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे उनके बच्चे पर ग्रहण का असर नहीं पड़ने देता.
4. ग्रहण के दौरान अगर खाना बहुत जरूरी हो जाए या फिर गर्भवती महिला कमजोरी महसूस करे तो उसे वही खाना लेना चाहिए जिनमें सूतक लगने से पहले तुलसी पत्र या कुश डाल दिया हो तो उसे ही खाने के रूप में लेना चाहिए.
5. गर्भवती महिलाओं के ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ता है.
6. गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों से दूर रहना चाहिए और उनका इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. ग्रहण के दौरान उन्हें कोई भी गलती नहीं करनी चाहिए और हो सके तो घर के कार्यों को ना करने फैसला लेना बेहतर होता है.
7. गर्भवती महिलाओं को ना सिर्फ नुकीली चीजों से दूर रहना चाहिए बल्कि सिलाई या कढ़ाई भी नहीं करनी चाहिए. क्योंकि इसका बुरा असर उनके होने वाले बच्चे के शरीर पर पड़ सकता है.
8. जिस समय ग्रहण लगना शुरु हो तब से ग्रहण खत्म होने तक गर्भवती महिलाओं को भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहना चाहिए. इससे कोई भी बुरा असर टल जाता है.