मंगल और अन्य ग्रहों की स्थिति 27 अगस्त तक रहेगी अशुभ, हो सकते हैं किसी बड़ी दुर्घटना के शिकार….
ग्रह-नक्षत्रों की चाल व्यक्ति के जीवन में बहुत कुछ निर्धारित करती है। अगर ग्रह-नक्षत्रों की चाल बिगड़ जाती है तो व्यक्ति के जीवन में कई बड़े बदलाव होते हैं। कई बार ये बदलाव अच्छे होते हैं तो कई बार बुरे भी होते हैं। कुछ लोगों के जीवन में ग्रहों और नक्षत्रों के चाल में आए ये बदलाव इतने बुरे होते हैं कि व्यक्ति की पूरी ज़िंदगी ही बदल जाती है। इसीलिए जब भी ग्रहों और नक्षत्रों की चाल बदलती है तो संभलकर रहने की सलाह दी जाती है।
जानकारी के अनुसार 27 जून से मंगल मकर राशि में वक्री हो गया था, वक्री यानी मंगल टेढ़ी चाल से चाल रहा है और 27 अगस्त तक ऐसे ही रहेगा। ऐसे में मंगल की टेढ़ी चाल बहुत अशुभ मानी जाती है। इससे कई बड़ी दुर्घटनाएँ और प्राकृतिक आपदाएँ आती हैं। मंगल की वजह से ज़मीन, मकान,इलेक्ट्रॉनिक सामान और खेल, पुलिस, सेना सम्बंधी मामलों में उथल-पुथल मच सकती है। मंगल ग्रह अग्नि, शक्ति, युद्ध, शत्रु, क़र्ज़, ख़र्चा, विवाद, ग़ुस्सा और चिड़चिडेपन का भी कारक माना जाता है। ऐसे में इसकी टेढ़ी चाल से व्यक्ति को इन सभी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हो सकता है विवाद और नुक़सान:
मंगल और शनि अभी आपस में बारहवीं और दूसरी राशि में हैं। इन दोनो की वजह बहुत ही अशुभ योग बनता है। वहीं दूसरी तरफ़ सूर्य और मंगल भी एक-दूसरे के सामने हैं जो कहीं से भी ठीक नहीं है। सूर्य और शनि मिलकर षडाष्टक योग बना रहे हैं। इनके छठवीं और आठवीं राशि में होने से विवाद और नुक़सान होता है। इसके अलावा शनि भी गुरु ग्रह बृहस्पति की राशि धनु में है। वहीं बृहस्पति भी अपने धूर विरोधी ग्रह शुक्र की राशि तुला में भ्रमण कर रहा है। जबकि बुध और राहु, शुक्र के साथ मिलकर अपने कट्टर शत्रु चंद्रमा की राशि कर्क में भ्रमण कर रहे हैं।
ज़मीन के अंदर भी होंगे भारी बदलाव:
मंगल और अन्य ग्रहों की स्थिति की वजह से देश की सरकार कोई बड़ी घोषणा कर सकती है। सरकार की घोषणा ने सभी लोगों को हैरानी हो सकती है। हालाँकि इसके लिए सरकार नहीं बल्कि ग्रहों की स्थिति ज़िम्मेदार होगी, लेकिन आम लोग इस बात को समझ नहीं पाएँगे। इससे जान-माल की काफ़ी हानि भी हो सकती है। व्यापारियों को कम लाभ होगा। आग की वजह से भी लोगों को बड़ा नुक़सान उठाना पड़ सकता है। ज़मीन के अंदर भी भारी बदलाव होंगे, जिससे लोगों का जीवन प्रभावित होगा।
भूकम्प की वजह से इमारतों के ढहने और सड़कों के धसने की घटनाएँ भी हो सकती हैं। सुनामी जैसी भयानक प्राकृतिक आपदा भी आ सकती है। मंगल की स्थिति ख़राब होने की वजह से सड़क, रेल और वायु दुर्घटनाओं से भी लोगों को जान-माल का नुक़सान उठाना पड़ सकता है। किसी बड़ी शख़्सियत पर कोई गंभीर आरोप भी लग सकता है। ग्रहों की स्थिति ऐसी है कि धार्मिक नेताओं और आध्यात्मिक गुरुओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। किसी बड़े नेता या नामचीन व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु होने की भी आशंका बन रही है। सरकार को आंदोलनों से चिंता उठानी पड़ सकती है। मंगल की स्थिति ख़राब होने की वजह से आतंकी घटनाएँ भी घट सकती हैं। खेल जगत से भी निराशाजनक ख़बरें आ सकती हैं।