धन -सम्पत्ति पाने के लिए सोमवार को करें भगवान शिव के इस स्वरूप की पूजा, होगी हर मनोकामना पूर्ण
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार सप्ताह का हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता का समर्पित है। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। सोमवार के दिन शिव भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं। भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि यह केवल एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। इन्हें ख़ुश करने के लिए बहुत ज़्यादा कुछ करने की ज़रूरत नहीं होती है। भगवान शिव की पूजा अत्यंत ही सरल होती है। सच्चे मन से इनकी पूजा करने पर भक्त की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती हैं।
भगवान शिव की ज़्यादातर जगहों पर पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती है। लेकिन कई जगहों पर भगवान शिव के प्रतिमा की भी पूजा की जाती है। प्रतिमा पूजा का भी अपना ख़ास महत्व होता है। आपको बता दें कि भगवान शिव की अलग-अलग रूप की प्रतिमाओं की पूजा करने से अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं। हिंदू धर्म पुराणों में भगवान शिव के अलग-अलग मूर्तियों के पूजन और उससे होने वाले लाभ के बारे में बताया गया है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भगवान शिव की प्रतिमा के कौन से स्वरूप की पूजा करने से कौन सी मनोकामना पूरी होती है।
इच्छाओं के अनुसार करें अलग-अलग स्वरूप की पूजा:
*- अगर आप सुंदर पत्नी या सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हैं तो आपको सोमवार के दिन भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
*- जो लोग संतान सुख से वंचित हैं और संतान सुख चाहते हैं, उन्हें सोमवार को भगवान शिव और माता पार्वती की बैल पर बैठी हुई मूर्ति की पूजा करनी चाहिए। इससे संतान सुख की प्राप्ति होती है।
*- जो लोग सोमवार के दिन कार्तिकेय के साथ शिव-पार्वती की पूजा करते हैं, उनकी जीवन की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती हैं। ऐसे लोगों को जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
*- जीवन में मान-सम्मान पाने के लिए व्यक्ति को नंदी और माता पार्वती के साथ सभी गणों से घिरे हुए भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए।
*- धन-सम्पदा पाने के लिए चार हाथों और तीन नेत्रों वाली, गले में साँप और हाथ में कपाल धारण किए हुए भगवान शिव की सफ़ेद रंग की मूर्ति की पूजा करनी चाहिए। इससे व्यक्ति को जीवन में धन-दौलत की कभी कमी नहीं होती है।