पत्नी के गर्भवती होते ही कर लेता है पति दूसरी शादी, वजह जान कर हैरान रह जाएंगे
एक पति और पत्नी के रिश्ते का अनोखा रूप राजस्थान के बाड़मेर इलाके में देखने को मिलता है राजस्थान के इस इलाके में पत्नी के गर्भवती होते ही उसका पति दूसरा विवाह कर लेता है यह बात सुनकर आपको अवश्य हैरानी हो रही होगी परंतु आप हैरान मत होइए क्योंकि यह परंपरा राजस्थान के बाड़मेर इलाके में वर्षों से चली आ रही है और बाड़मेर इलाके के देरासर गांव के व्यक्ति इस रीति रिवाज को मानते भी आ रहे हैं इस परंपरा के पीछे भी एक बहुत बड़ा कारण है जिस कारण को जानकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे भला पहली पत्नी के होते हुए पत्नी खुद दूसरे विवाह के लिए अपने पति को इजाजत दे देती है।
राजस्थान के बाड़मेर जिले में देरासर गांव में यह रीति रिवाज बरसों से चलती आ रही है यहां पर विवाह करने वाली लड़कियों को इस बात की जानकारी होती है कि एक ना एक दिन उसका पति दूसरा विवाह कर लेगा इस गांव में जैसे ही पत्नी गर्भवती हो जाती है तो पति अपने लिए दूसरी दुल्हन लेकर आ जाता है इस गांव में बहु विवाह का प्रचलन है और इन सभी रीति-रिवाजों के पीछे भी एक बहुत बड़ा कारण है।
इसके पीछे भी वजह बहुत बड़ी हैं ऐसा बताया जाता है कि राजस्थान के इन इलाकों में पानी की भारी समस्या रहती है पानी की किल्लत की वजह से यहां के पुरुषों को दो तीन शादियां करनी पड़ती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पानी की तलाश में घर की महिलाओं को तपती गर्मी में काफी लंबी दूरी तय करके पानी लाना पड़ता है कई किलोमीटर तक पैदल सफर करके सिर पर पानी के घड़े रखकर पानी लेकर आती है ऐसी स्थिति में अगर महिला गर्भवती हो जाए तो वह इतना वजन सहन नहीं कर पाएगी और ऐसा करना भी उसके लिए बहुत ही खतरनाक साबित होगा बिना पानी के भी काम नहीं चल सकता है इसी कारण से जब पत्नी गर्भवती हो जाती है तो पत्नी खुद अपने पति को दूसरी शादी करने के लिए इजाजत दे देती है क्योंकि गर्भवती पत्नी को ही घर में दूसरी महिला की जरूरत महसूस होने लगती है इसी वजह से पुरुष दूसरी शादी कर लेता है।
वैसे देखा जाए तो राजस्थान के देरासर के अलावा महाराष्ट्र के भी कई इलाकों में पानी की परेशानी की वजह से बहु विवाह का चलन है महाराष्ट्र में भी कई गांव ऐसे हैं जहां पानी की परेशानी के कारण से पुरुषों को दूसरी, तीसरी शादी करनी पड़ती है महाराष्ट्र में कई इलाके ऐसे हैं जो सूखाग्रस्त हैं इन इलाकों में लगभग 19000 सूखाग्रस्त गांव है जिनमें से कई इलाकों में पानी के लिए दूसरी पत्नी का रिवाज है महाराष्ट्र में ऐसी पत्नियों को वाटर बाईस यानी पानी की बाई कहा जाता है।