पूरे साल में सिर्फ एक बार लगाएं ये चीज, पुराना से पुराना दाद हो जाएगा जड़ से खत्म
गर्मियों के मौसम में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं, जिसमें से एक दाद और खुजली होती है। दाद और खुजली एक ऐसी बिमारी होती है, जिसे लोग दूसरों से कहने में भी शरमारते हैं। इतना ही नहीं, अगर आप इसका इलाज सही समय पर नहीं कराते हैं, तो आपको कई परेशानियों से जूझना पड़ता है। दाद और खुजली भले ही देखने में छोटी सी समस्या लगे, लेकिन जिसको होती है, उसकी हालत खराब हो जाती है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
दाद खुजली चर्म रोगों में से एक है। इससे छुटकारा पाने के लिए अगर आपने बहुत सारे उपाय कर चुके हैं, तो हमारे लेख को आखिरी तक पढ़ना बिल्कुल न भूलें, क्योंकि इसमें आपको इससे छुटकारा दिलाने का रामबाण उपाय के बारे में जानकारी मिलने वाली है। आमतौर पर दाद और खुजली गंदगी की वजह होती है, लेकिन कई बार ये अनुवाशिंक भी होती है। मान लीजिए अगर आपके दादा दादी को इसकी समस्या रही हो तो आपको भी हो सकती है।
दाद और खुजली के लक्षण
अगर आपकी बॉडी पर लाल निशान यानि चकत्ते होने लगे तो यह दाद होता है। जी हां, दाद और खुजली अक्सर गुप्तांग में होते हैं। जब आपको किसी जगह बार बार खुजली के साथ जलन होने लगे तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपको चर्म रोग हो गया है। त्वचा पर दाद हो जाये तो कई बार इसके साथ फुंसियां भी हो जाती है, उनमें पस भरने लगती है, जोकि जल्दी से ठीक ही नहीं होता है।
अगर आप भी दाद और खुजली से परेशान रहते हैं और आप बार बार उसका इलाज भी करते हैं लेकिन फिर भी वो वापस हो जाता है, जिसकी वजह से आप बहुत ही ज्यादा परेशान हो जाते हैं। तो इसके लिए आज हम आपको शानदार नुस्खे बताने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल करके आपको इससे छुटकारा मिल जाएगा। तो चलिए जानते हैं कि क्या है वो उपाय?
1.अगर आप बार बार दाद से परेशान हैं, तो चंदन के तेल में नींबू का रस मिलाकर दाद वाली जगह 6 या 7 बार लगाएं, इसके बाद आपको इससे छुटकारा मिल जाएगा।
2.नीम पत्तियों को लें और उसे चटनी के तरह पीस लें, जिसके बाद दाद वाली जगह पर लगाएं, ऐसा आपको 10 मिनट तक ही रखना है। यहां ध्यान रखना वाली बात ये है कि आप अपने बिस्तर को पूरी तरह से साफ रखें।
3.दाद को पहले खुजा लें, जिसके बाद नींबू का रस लगाएं। लेकिन यहां ध्यान रखें कि नींबू का रस उतना ही रगड़े जितना आप सहन कर सके यानि आप थोड़ा ब्रेक देकर दो से तीन बार इस प्रक्रिया को दोहरायें।