625 में से 624 अंक पाने के बावजूद छात्र ने दोबारा चेक करवाई कॉपी, फिर जो रिजल्ट आया देखकर दंग रह जाएंगे
आजकल एग्जाम के बाद बच्चों के रिजल्ट आ रहे हैं। इस दौरान कई छात्र अपने रिजल्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं। कई छात्र रिजल्ट आने के बाद काफी खुश हैं तो कई फेल होने की वजह से दुखी हैं। लेकिन, आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आप बिल्कुल हैरान रह जाएंगे। एक टॉपर छात्र ने 625 में से 624 अंक पाने के बावजूद कॉपी रीचेक करवाई हैं। जी हां। इस छात्र ने 625 में से 624 अंक पाने के बावजूद अपनी कॉपी रीचेक करवाई। यानि इस छात्र ने पूरे नंबर्स से सिर्फ 1 नंबर कम पाये थे। तो आइये आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है।
625 में से 624 अंक पाने के बावजूद कॉपी रीचेक करवाई
दरअसल, ये मामला कर्नाटक का है। छात्र का नाम मोहम्मद कैफ है। मोहम्मद ने 10वीं में कुल 625 अंकों मे से 624 अंक हासिल किये थे। लेकिन, मोहम्मद कैफ इस बात से बिल्कुल भी खुश नहीं थे। दरअसल, वो टॉपर नहीं थे। मोहम्मद कैफ संयुक्त रूप से टॉपर बने थे। इसी बात को लेकर मोहम्मद को नाराजगी थी कि वो 1 नंबर कम क्यों पाये। मोहम्मद एक नंबर कटने से दुखी थे जिसके बाद उन्होंने अपनी कॉपी दोबारा जांच के लिए भेज दी। 625 में से 624 अंक पाने के बावजूद कॉपी रीचेक करवाई और उसके बाद जो हुआ वो जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
दरअसल, मोहम्मद का अपनी कॉपी दोबारा जांच का फैसला बिल्कुल सही निकला। आपको जानकर हैरानी होगी कि मोहम्मद को कॉपी दोबारा जांचने के बाद पूरे अंक मिल गये। यानि मोहम्मद कर्नाटक में इकलौते टॉपर बन गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक के बेलगाम में सेंट जेवियर हाई स्कूल के छात्र मोहम्मद कैफ मुल्ला के 10वीं बोर्ड में 624 अंक आए थे। लेकिन, कुल 625 अंकों में से 624 अंक हासिल करने के बाद भी वो खुश नहीं थे।
625 में से 624 अंक पाने के बावजूद कॉपी रीचेक करवाई क्योंकि वो इससे खुश नहीं थे। बता दें कि मोहम्मद प्रदेश में संयुक्त रूप से टॉपर थे। इसलिए उन्होंने अपनी कॉपी दोबारा जांच के लिए भेजने का निर्णय लिया। बता दें कि मोहम्मद ग्याहरवी में साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करना चाहते हैं। मोहम्मद का सपना आईएएस बनने का है। आपको बता दें कि उनके माता-पिता सरकारी स्कूल में टीचर हैं। मोहम्मद के पिता का नाम हारून राशिद मुल्ला है और वो ऊर्दू के टीचर हैं। उनकी मां का नाम परवीन मुल्ला है और वो हाईस्कूल में कन्नड़ पढ़ाती हैं।
कॉपी दोबारा चेक करवाने के बाद उन्हें पूरे अंक मिले और अब वो कर्नाटक 10वीं बोर्ड के टॉपर बन गए हैं। इससे पहले वो केवल संयुक्त टॉपर थे। इस पूरे वाकये से ये बात साबित हो गई है कि बच्चों पर पढ़ाई का कितना बोझ है। एक तरफ जहाँ छात्रों के ऊपर प्रेशर बढ़ता जा रहा है तो वहीं नंबर को लेकर प्रतिस्पर्धा भी बहुत बढ़ गई है। मोहम्मद ने सिर्फ 1 नंबर काटने पर दुबारा कॉपी चेक कराने की डिमांड कर दी और उसका परिणाम ऐसा मिला कि वो प्रदेश के टॉपर बन गए।