आलीशान बंगले को खंडहर बना गए अखिलेश यादव, सामने आई हैरान कर देने वाली तस्वीरें – देखिए
कोई भी बात सोशल मीडिया में आए और वो वायरल ना हो तो कोई मतलब नहीं बनता उस खबर का. आजकल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव न्यूज चैनल्स और अखबारों की सुर्खियां बटोर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपना सरकारी आवास खाली करना था क्योंकि जो मोहलत उन्होंने मांगी थी वो पूरी हो गई और अब उन्होंने वो बंगला खाली कर दिया. इस आलीशान आशियाने के साथ उन्होंने कुछ ऐसा सुलूक करवा दिया कि जब राज्य संपत्ति विभाग उस बंगले का निरीक्षण करने पहुंचा तो निरीक्षण करने वाले अफसर वहां का नजारा देखकर दंग रह गए. आलीशान बंगले को खंडहर बना गए अखिलेश यादव की करनी के कुछ सबूत अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति विभाग को चिट्ठी लिखकर दलील दी थी कि इतने कम समय में वे बंगला खाली नहीं कर सकते. उन्हें दो साल का समय दिया जाए कि वे दूसरी जगह रहने का इंतजाम कर सकें. उनके इस दलील को स्वीकार कर लिया गया था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मुख्यमंत्री को एक साल में सरकारी आवास खाली कराया जाना था तो उस आदेश को मानते हुए अखिलेश यादव ने सरकारी बंगला 3 जून को खाली कर दिया.
मगर राज्य संपत्ति विभाग को इसकी चाबी आज यानी 9 जून को सौंपी. चाबी लेने के बाद विभाग के अफसरों ने बंगले की जांच-पड़ताल की और जैसे ही बंगले का गेट खोला तो वहां का नजारा दंग करने वाला था. हमेशा गुलजार रहने वाला वो आशियाना अब खंडहर की तरह वीरान हो गया है. बाहर के गेट से लेकर अंदर तक का पूरा बंगला टूटा-फूटा नजर आया. जैसे-जैसे अधिकारी और मीडिया के लोग बंगले में प्रवेश करते गए तो तोड़फोड़ का नजारा और भी बड़े स्तर पर नजर आने लगा.
अखिलेश यादव जिस बंगले में रह रहे थे उसकी हालत कुछ ऐसी हो गई है जिसमें कोई आम आदमी भी ना रहना चाहे वो तो फिर सरकारी अफसरों के रहने का बंगला है. संपत्ति विभाग के लोगों ने एक-एक चीज को बारीखी से देखना शुरु किया तो उन्हें पता चला कि उस बंगले के साथ किस तरह की छेड़खानी की गई है.
बाहर साइकिल ट्रैक की पूरी फर्श टूटी पड़ी हुई थी और हमेशा हरा-भरा रहने वाला गार्डन भी उजड़ा था, यहां तक कि वहां से कुर्सियां और मेजें भी गायब थीं. बंगले में लगे फ्लोर टाइल्स, मार्बल समेत कई जगह से फर्श भी टूटी पड़ी मिली. छत और दरवाजों पर भी हथौड़ा चलाया गया है इसके सबूत साफ तौर पर नजर आए. यहां तक कि इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड तक भी उखाड़ दिये गये हैं.
पूरे घर में अगर कुछ सुरक्षित है तो वो है संगमरमर से बना मंदिर, जिसे किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है.मंदिर की हर चीज व्यस्थित तरीके से रखी हुई थी लेकिन बाकी बंगले की तो पूर्व मुख्यमंत्री ने ऐसी की तैसी करवा दी, अब देखना है कि सरकार उनसे कोई सवाल-जवाब करती है या नहीं.