बड़ी खबर: कल से हड़ताल पर जाएंगे बैंक के 10 लाख कर्मचारी, ठप्प हो सकती हैं तमाम सेवाएं
बैंक कर्मचारी और प्रशासन के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद देखने को मिल रहा है। ऐसे में अब जब दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाई है, तो मामला हड़ताल तक जा पहुंचा है। जी हां, नाराज बैंक कर्मचारी कल से हड़ताल पर जाने वाले हैं, जिसके बाद आम जनता को काफी परेशानी हो सकती है। माना जा रहा है कि इस हड़ताल के दौरान बैंक में कोई कामकाज नहीं होगा, क्योंकि बैंक के 10 लाख कर्मचारी हड़ताल पर होंगे। तो चलिए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?
कर्मचारी पिछले कुछ महीनों से सैलरी बढ़ाने की बात कर रहे हैं, लेकिन किसी कारणवश सहमति नहीं बनी। ऐसे में अब जब मामला बढ़ गया तो बैंक कर्मचारियों का कहना है कि वो हड़ताल पर जाएंगे। इतना ही नहीं, बैंक कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने पहले ही आंदोलन की चेतावनी दे दी थी, लेकिन उनकी इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी वजह से अब उनके पास कोई चारा नहींं है।
क्या हैं बैंक कर्मचारियों की मांग?
दरअसल, बैंक कर्मचारियों का कहना है कि उनसे सैलरी बढ़ाने का वादा किया गया था, जोकि अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में जब हमने सैलरी बढ़ाने की मांग की तो ये लोग विरोध कर रहे हैं। आपकी बता दें कि वेतन बढ़ोतरी के मुद्दे को लेकर बैंक यूनियनों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के बीच सहमति नहीं बन पाई है, जिसकी वजह से अब 10 लाख से ज्यादा कर्मचारी नाखुश हो गये हैं। ये हड़ताल दो दिनों के लिए होगी।
दरअसल यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने 30 और 31 मई को हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है, ये लोग वेतन में मामूली सी बढ़ोतरी के प्रस्ताव के विरोध में यह आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान आशंका जताई जा रही है कि बैंक में किसी भी तरह का काम नहीं होगा, जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानी होगी। हालांकि, कर्मचारियों का कहना है कि हम हड़ताल के लिए मजबूर है। बता दें कि कर्मचारियों ने सिर्फ 2 फीसदी सैलरी बढ़ाने की मांग की है।
बैंको का क्या कहना है?
इस मसले पर बैंको का कहना है कि कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से काम ठप्प तो हो जाएगा, लेकिन बैंक अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है कि कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद भी बैंक का काम सुचारू रूप से ही चले। बताते चलें कि भारतीय स्टेट बैंक, कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ोदा और पंजाब एंड सिंध बैंक के अधिकारियों का कहना है कि हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इसका कोई दूसरा विकल्प निकल जाए ताकि आम जनता को किसी तरीके से परेशानी न हो।