सिपाहियों को कमांडो ट्रेनिंग करते देख आपके पसीने छूट जायेंगे…. देखें वीडियो!
पहले के समय में लोग सेना के नाम से दूर भागते थे, कोई सेना में जाना नहीं चाहता था। पहले सेना में लोगों को घर आके भर्ती किया जाता था, फिर भी लोग भर्ती नहीं होना चाहते थे। अगर भर्ती हो भी जाते थे तो कुछ ही दिनों में भाग आते थे और उन्हें वापस ले जाने के लिए बकायदा एक टीम आती थी। आज समय बदल गया है, आज देश के हर युवा के अन्दर देशभक्ति भरी हुई है। हर किसी का आज के समय में सैनिक बनकर देश की सेवा करने का इरादा हो गया है। लेकिन आज के समय में बहुत ही मुश्किलों का सामना करने के बाद सेना के लिए चुनाव होता है। यही सब कुछ ख़त्म नहीं हो जाता, एक बार चुन लिए जाने के बाद भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है, ढंग से ट्रेनिंग देने की। कमांडो ट्रेनिंग बहुत कठिन होती है।
आज भी कई लोग हैं जो ट्रेनिंग के समय ही सेना की नौकरी छोड़ देते हैं। एक सिपाही को कमांडो ट्रेनिंग के समय जो- जो काम करना पड़ता है, अगर वही काम एक साधारण इंसान को करना पड़े तो उसके पसीने छूट जायेंगे।
CISF देश की पैरा मिलिट्री फ़ोर्स है (कमांडो ट्रेनिंग)
आज हम आपको CISF के जावानों की कमांडो ट्रेनिंग ट्रेनिंग के बारे में बताएँगे। CISF देश की पैरा मिलिट्री फ़ोर्स है। इसकी स्थापना देश के सभी बड़े, सरकारी और गैरसरकारी उद्योगों को सुरक्षा देने के उद्देश्य से की गयी है। CISF में भी मिलिट्री की तरह ही भर्ती किया जाता है और इसके सैनिकों को भी वही ट्रेनिंग दी जाती है जो मिलिट्री के जवानों को दी जाती है। आप वीडियो में देख सकते हैं कि एक जवान को ट्रेनिंग दी जा रही है। उसको ट्रेनिंग के दौरान बिना रुके हुए अपने सभी लक्ष्य पूरे करने हैं। सिपाही बिना थके- हारे सभी काम बड़ी आसानी से कर रहा है।
ऐसी कड़ी ट्रेनिंग देखने के बाद लोगों को पता चल जाएगा कि, सैनिक कितनी मेहनत करने के बाद सेना में जाते हैं और कितनी मेहनत करके दुश्मनों से रक्षा करते हैं। आप भी वीडियो देखें और सेना के इस जवान की ट्रेनिंग को देखकर कुछ प्रेरणा लें।
वीडियो देखें: