कर्नाटक चुनाव प्रचार के बाद तीर्थ यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी और राहुल
कर्नाटक चुनाव के बाद पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी धार्मिक यात्रा पर जाएंगे। जी हां, दोनों ही बड़े नेता तीर्थ यात्रा पर जाकर भगवान का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, इसके पीछे जानकारों की माने तो आस्था तो है ही लेकिन दोनों को सियासी नजरिये से भी बहुत बड़ा फायदा हो सकता है, ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि आखिर दोनों में से किसकी भगवान ज्यादा सुनेंगे। बता दें कि पीएम मोदी 11 मई को रवाना हो जाएंगे, तो वहीं राहुल गांधी जून में तीर्थ यात्रा पर जाएंगे, तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
कर्नाटक का चुनाव प्रचार खत्म होते ही पीएम मोदी नेपाल का दौरा करेंगे, जिसकी शुरूआत वो धार्मित स्थलों से करेंगे। बता दें कि पीएम मोदी 11 मई की दोपहर काठमांडू पहुंचेंगे, जिसके बाद अगले दिन ही भारत वापसी से पहले वे हिमालय के धौलागिरी पर्वत क्षेत्र स्थित मुक्तिनाथ मंदिर में दर्शन करने जाएंगे, इतना ही नहीं पीएम मोदी नेपाल में भी धार्मिक कार्यक्रमों में भी शिरकत करते हुए नजर आएंगे। पीएम मोदी के नेपाल दौरा के समय जनकपुरी जाएंगे, जहां वो सीत स्वयंवर कहलाने वाले स्थल पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुए भी नजर आएंगे।
बताते चलें कि पीएम मोदी अक्सर किसी न किसी धार्मिक स्थल पर जाते रहते हैं, जिसकी वजह से उन्हें सियासी मैदान में भी फायदा होता है, ऐसे में अब पीएम मोदी की राह पर चलते हुए राहुल गांँधी भी तीर्थ यात्रा पर जाने का ऐलान कर चुके हैं। राहुल अपनी मन्नत को पूरी करने के लिए जाएंगे। दरअसल, राहुल गांधी हाल ही में एक मुसीबत में फंस गये थे, जिसके बाद उन्होंने कैलाश यात्रा पर जाने की मन्नत मांगी थी, ऐसे में अब वो कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाएंगे। राहुल ने इसका जिक्र जन आक्रोश रैली के दौरान किया था, ऐसे में वो जून में इस यात्रा पर जाने वाले हैं।
याद दिला दें कि राहुल गांधी ने जन आक्रोश रैली के दौरान अपने कार्यकर्ताओं से छुट्टी मांगते हुए कहा कि हाल ही में मेरे विमान में गड़बड़ी हो गई थी, जिसकी वजह से मुझे कैलाश मानसरोवर की याद आई, ऐसे में अब मुझे आप लोग 15 दिन की छुट्टी दें दे ताकि मैं कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा सकूं। जानकारी के मुताबिक, राहुल गांँधी भी नेपाल के रास्ते ही कैलाश मानसरोवर जा सकते हैं, क्योंकि यह चीन में पड़ता है, जहां जाने के लिए विदेश मंत्रालय आयोजन करता है, ऐसे में कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बीत चुकी है, ऐसे में राहुल गांधी अपने निजी साधन से जाएंगे।