बिहार के युवाओं ने स्टार्टअप योजना में सरकार से मांगे पान की दुकान के लिए फंड
स्टार्टअप के लिए जहां एक तरफ सरकार ऐड़ी चोटी का बल लगाती हुई नजर आ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ युवाओं में भी इस क्रेज बढ़ता दिख रहा है। युवा स्टार्टअप को अपनी बेरोजगारी को दूर करने का साधन बना रहे हैं, जिसकी वजह से वो सरकार से लाखों रूपये का लोन भी ले रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें हैरान होने वाली क्या बात है, तो चलिए आपको इसके पीछे की एक स्टोरी से रूबरू कराते हैं। जी हां, बिहार से एक ऐसी खबर आ रही है, जिसके बाद आप इसको जानकर हैरान हो जाएंगे। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बिहार के सरकारी वेबसाइट पर इन दिनों अजीबों गरीबों आवेदन आ रहे हैं, जिसमें सरकार भी पीस रही है, लेकिन युवाओं के आवेदन को वो स्वीकार भी कर रही है। स्टार्टअप के तहत युवा अपना छोटा मोटा कारोबार खोल सकता है, जिसके लिए सरकार की तरफ से उसे योगदान मिलेगा, जिसकी वजह से बिहार के बेरोजगार युवा इसका फायदा उठा रहे हैं। बता दें कि बिहार के युवा सरकार से आटे की चक्की और पान की दुकान खोलने के लिए लोन ले रहे हैं, जिसकी वजह से सरकार भी काफी असमंझज में फंसी हुई है।
सरकार ने युवाओं के आवदेन को स्वीकार करके उन्हें लोन देने की बात भी कह दी डाली है। हालांकि, कुल 5 हजार में सरकार ने सिर्फ 29 को ही लोन देने की बात कही है। बता दें कि स्टार्टअप के तहत आप कोई भी छोटा मोटा कारोबार खोल सकते हैं, इसके लिए सरकार आपको लोन भी मुहैया कराएगी, लेकिन आपका आईडिया यूनिक होना चाहिए। बताते चलें कि राज्य सरकार अब तक इस पर लाखों रूपये खर्च कर चुकी है, लेकिन अभी तक युवाओं को इसके बारे में ठीक से समझाने में असफल दिखाई दे रही है।
बताते चलें कि मोदी सरकार की इस योजना को राज्य सरकार काफी जोरो से चला रही है, ऐसे में यह योजना हर राज्य में खूब दिखाई दे रहा है। पर हाल ये है कि युवा इसको ठीक से समझ नहीं पा रहे हैं। आलम यह है कि अपनी बेरोजगारी को दूर करने के लिए युवा 8 से 10 लाख रूपये की उम्मीद आटा की चक्की और पान की दुकान खोलकर पाने की आस में है, ऐसे में एक बार फिर युवाओं को इसके बारे में समझाना चाहिए, ताकि युवा इस योजना का लाभ सही मायनों में उठा सके। स्टार्टअप के लिए बिहार सरकार काफी सजग नजर आ रही है।