उमा भारती का बड़ा बयान ‘हम भगवान राम नहीं जो दलित हो जाएंगे पवित्र’
इन दिनों बीजेपी दलितों का ज्यादा ख्याल रखती हुई नजर आ रही है। जी हां, सीएम योगी के बाद अब बीजेपी अध्यक्ष भी दलितों संग भोजन करेंगे, लेकिन इस बीच बीजेपी की महिला नेता ने बड़ा बयान दिया है। बता दें कि बीजेपी की महिला मंत्री ने एकदम चौंका देने वाला बयान दिया है। दलितों के साथ भोजन या उनके घऱ खाना खाने को लेकर उमा भारती का बयान काफी वायरल हो रहा है। इस बयान को लेकर जहां उनकी तारीफ हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग उनके इस बयान की आचोलना भी करते हुए नजर आ रहे हैं। चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
उमा भारती ने दलितों के साथ भोजन करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका यह बयान उस समय आया जब वे खुद दलितों के साथ भोजन करने के लिए एक समारोह में शामिल हुई थी। उमा के इस बयान के बाद दलित काफी नाराज दिखाई दिये। दलितों ने कहा कि हमने तो सोचा था कि मंत्री जी हमारे साथ भोजन करेंगी, लेकिन वो तो बहाने बना कर यहां से चली गई। अब आप सोच रहे होंगे कि उमा भारती ने ऐसा क्या कह दिया, जिसकी वजह से चारो तरफ घमासान मचा हुआ है, तो चलिए अब आपको उमा भारती के बयान से रूबरू कराते हैं।
बताते चलें कि उमा भारती ने कहा कि मैं कोई भगवान राम नहीं हूं, जो मेरे साथ खाने से दलित पवित्र हो जाएंगे। इसके साथ ही उमा ने यह भी कहा कि मैं खुद दलितों को अपने घर बुलाऊंगी, वहां खाना खिलाऊंगी, उनके जूठे बर्तन उठाऊंगी, तो ये सही रहेगा, लेकिन दलितों के साथ खाना खाने से वो थोड़ी न पवित्र हो जाएंगे। इन दिनों बीजेपी का हर नेता दलितों के बीच जाकर उनके साथ भोजन करने की प्रक्रिया में शामिल होता दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि उमा ने कहा कि “हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे तो वे पवित्र हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे तब हम पवित्र हो पाएंगे। उमा यही नहीं रूकी उन्होंने आगे भी कहा कि दलित को जब मैं अपने घर में अपने हाथों से खाना परोसूंगी तब मेरा घर धन्य होगा, ऐसे में इतना कहते हुए उमा दलितों के साथ भोजन समरसता से चली गई, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों को काफी बुरा भी लगा। हालांकि, अब देखने वाली बात यह होगी कि उमा का यह बयान बीजेपी पर किस तरह से फर्क डालता है।