Breaking news

दलित छात्रों को मोदी सरकार ने दी ये बड़ी खुशखबरी, जरूर पढ़िये

आगामी लोकसभा के लिए अब सरगर्मियां तेज हो चुकी है। जी हां, लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार और विपक्ष हर वोटर्स को साधने को कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं। हर कोई अपना वोट बैंक बनाना चाहता है, ऐसे में हर समुदाय को वोटरो को साधने की कोशिश तेज हो चुकी है। इन सबके बीच पीएम मोदी ने दलित छात्रों को एक बड़ी खुशखबरी दी है।

जी हां, पीएम मोदी ने दलित छात्रों के लिए बड़ा ऐलान किया है। बीजेपी पर लगातार विपक्ष इसी बात का आरोप लगाता है कि बीजेपी दलित विरोधी है, जिसकी वजह से अब दलित वोटरो को साधने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

बीजेपी ने दलित छात्रों को अपने खेमे में करने के लिए बड़ा दांव खेला है। बता दें कि पीएम मोदी ने दलित, आदिवासी और पिछड़े छात्रों को एक बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने एलान किया है कि दलित छात्र जो हॉस्टल के रहते हैं, उन्हें सस्ता अनाज मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए कई रणनीति भी तैयार हुई है, जिसके तहत काम किया जाएगा। बता दें कि राहुल गांधी लगातार बीजेपी को दलित विरोधी कहते हैं, लेकिन पीएम मोदी का ये दांव विपक्ष के मुहं पे सीधा तमाचा है।

हॉस्टल में रह रहे छात्रों को अब 15 किलो तक का अनाज सस्ते में मुहैया कराया जाएगा। छात्र हर महीने 15 किलो अनाज सस्ते में खरीद सकेंगे, जिसमे चावल, डाल और गेंहू शामिल है। ऐसे में अब दलित छात्रों के लिए यह तोहफा बीजेपी के 2019 के मिशन में काफी मददगार साबित होगा। बता दें कि इस योजना का लाभ छात्र सरकारी और प्राइवेट हॉस्टल दोनों में ले सकते हैं। इस योजना का लाभ जल्द ही छात्रों को मिलेगा, जिसके लिए केंद्र सरकार जल्दी जल्दी प्रक्रिया पूरी करेगी।

दलित छात्रों को मोदी सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी

इस योजना से 1 लाख छात्रों को फायदा मिलेगा। इसके पीछे कि रणनीति जहां एक तरफ राजनीति है तो वहीं दूसरी तरफ दलित छात्रों के उत्थान भी है। इसके तहत उन छात्रों को भी शिक्षा लेने के लिए ललक होगी, जो गरीबी की वजह से अपनी पढ़ाई को बीच मे रोक देते हैं। सरकार इसे कल्याणकारी योजना बता रही है, तो वही दूसरी तरफ विपक्ष इसे इसे सरकार का दिखावा बता रही है। खुद को दलितों की मसीहा कहने वाली मायावती ने इस योजना को लेकर भी पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बन्द करो ये दिखावा, क्योंकि जनता सब जानती है।

Back to top button