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लश्कर ए तैयबा ने खुलेआम पोस्टर लगाकर कबूली उरी हमले की बात, लिखा – हमने मारे 177 हिंदू सैनिक

नई दिल्लीः आतंकी संगठन लश्‍कर ए तैयबा ने पाकिस्‍तान में खुलेआम उरी हमले में शामिल एक आतंकी की शोक सभा आयोजित करने के एलान वाले पोस्‍टर्स लगाए हैं। इस पोस्‍टर में आतंकी को गुजरावाला निवासी मुहम्‍मद अनस बताया गया है जो अबू सिरका के नाम से आतंकी संगठन को ऑपरेट करता था। Uri attack in posters pasted lashkar claims responsibility.

क्या लिखा हैं इन पोस्टरों में –

Uri attack in posters pasted lashkar claims responsibility

आतंकी संगठन लश्‍कर ए तैयबा द्वारा लगाए गए इन पोस्टरों पर लिखा है कि, “कब्‍जाए गए कश्‍मीर में उरी ब्रिगेड पर हमला कर 177 हिंदू सैनिकों को नरक भेजकर शेरदिल पवित्र लड़ाका अबू सिरका शहीद हो गया।” साथ ही पोस्टर में लोगों से अपील कि गई है कि वे नमाज में शामिल हों। साथ ही कहा गया है कि मृतक का शरीर न होने के कारण घायबाना नमाज जनाजा गिरजाख के पास बड़ा नल्‍ला पर आयोजित होगा। इन पोस्‍टर्स में हाफिज सईद की तस्‍वीर भी लगी है।

भारत के दावों कि हुई पुष्टि –

जैसा कि आपको पता है कि लश्‍कर के चार आतंकियों ने भारतीय सेना की उरी स्थित ब्रिगेड पर हमला किया था। इसमें 20 जवान शहीद हुए थे। इन पोस्‍टर्स ने हमले के पीछे पाकिस्‍तानी आतंकी संगठनों का हाथ होने के भारतीय दावे को मजबूत किया है। भारत द्वारा दिए गए सबुतों के बाद भी पाकिस्‍तान इस हमले में अपनी भूमिका से इनकार करता रहा है। हालांकि भारतीय अधिकारियों ने हमले के लिए जैश ए मोहम्‍मद को जिम्‍मेदार बताया था।

लश्‍कर ए तैयबा है भारत का असली दुश्मन –

Uri attack in posters pasted lashkar claims responsibility

पिछले एक साल में लश्‍कर ए तैयबा ने कई भारतीय ठिकानों पर बड़े हमले किए हैं। पिछले साल ही उरी के पास 31 फील्‍ड रेजीमेंट और 24 पंजाब रेजीमेंट पर लश्‍कर द्वारा किये गए हमले में तीन पुलिसकर्मी और आठ सैनिक शहीद हो गए थे। लश्‍कर कश्‍मीर में भारतीय सैनिकों को निशाना बना रहा है। जबकि जैश ए मुहम्‍मद ने जम्‍मू कश्‍मीर के बाहर सैन्‍य ठिकानों को निशाना बनाया है। जैश ए मुहम्‍मद ने गुरदासपुर और पठानकोट में हमले किए हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इन आतंकी संगठनों ने धर्म को हथियार बनाकर लोगों को अपने साथ कर रखा है।

गौर हो कि पिछले दिनों एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें मस्जिदों के बाहर कश्‍मीर में जिहाद के लिए चंदा मांगा जा रहा था।

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