अक्षय तृतीया के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना मां लक्ष्मी हमेशा के लिए हो जाएंगी रूष्ट
हिंदु धर्म में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के रूप में मनाते हैं, इस बार 18 अप्रैल को यह पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक दृष्टि से इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है.. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन किया गया पुण्य कर्मों का फल कभी खत्म नहीं होता। वहीं ये दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए भी सबसे उत्तम समय माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाती हैं और उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं। पर वहीं शास्त्रों की बात माने तो अक्षय तृतीया के दिन कुछ काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए, क्योंकि इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होने की बजाय रूष्ट हो जाती हैं। तो चलिए जानते हैं कि ऐसे कौन से काम है जो अक्षय तृतीया के दिन नहीं करने चाहिए..
बिना स्नान तुलसी ना छूएं
दरअसल अक्षय तृतीया के दिन तुलसी की पूजा की जाती है.. शास्त्रों के अनुसार, तुलसी का पौधा विष्णु भगवान को विशेष प्रिय होता है, ऐसे में अक्षय तृतीया के दिन बिना स्नान किए तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए.. साथ ही बिना स्नान किए इस दिन तुलसी के पत्ते को तोड़ता भी नहीं चाहिए।जो लोग ऐसा करते हैं उनकी पूजा स्वीकार नहीं होती है और मां लक्ष्मी उनसे नाराज हो जाती हैं।
गंदगी ना रखें
कहते हैं कि देवी लक्ष्मी वहीं वास करती हैं जहां सफाई और शुद्धता होती हैं और चूंकि अक्षय तृतीया का दिन मां लक्ष्मी की आराधना का है, इसलिए इस दिन साफ-सफाई और शुद्धता का पूरा ध्यान रखना चाहिए। खासकर पूजा करते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
महिलाओं का अपमान ना करें
महिलाओं और कन्याओं को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है ऐसे में जो शख्स भगवान की पूजा पूरे विधि-विधान से करता है, परन्तु घर की स्त्रियों का आदर नहीं करता और उन्हें अपमानित करता है, उससे भी मां लक्ष्मी नाराज होती हैं। इसलिए इस दिन लक्ष्मी की पूजा करने से पहले घर की महिलाओं के प्रति सम्मान होना बेहद जरूरी है।
मन में नकारात्मक भाव और विद्वेश ना रखें
अक्षय तृतीया का दिन पुण्य कमाने को होता है.. इस दिन यथा सम्भव दान पुण्य और दूसरों के लिए हितकारी काम करने चाहिए.. इसलिए इस दिन मन में किसी भी तरह के नकारात्मक विचार और दूसरों के लिए द्वेश या ईष्या का भाव नहीं रखना चाहिए। क्योंकि अगर आप दिखावे के लिए दान-पुण्य कर रहे हैं पर वहीं साथ में किसी के साथ बुरा बर्ताव भी कर रहे हैं तो इससे आप के द्वारा किए गए पुण्य कर्मों का फल नहीं मिल पाता.. उनका पुण्य भी खत्म हो जाता है।
किसी याचक को खाली ना लौटाए
अक्षय तृतीया का दिन दान-पुण्य को होता है.. कहते हैं इस दिन व्यक्ति जितना दान करता है उसका कई गुना पुण्य और लाभ उसे मिलता हैं । इसलिए इस दिन सभी लोगों को अपनी यथाशक्ति गरीबों और जरूरतमंदो को दान करना चाहिए और किसी भी याचक यानी कि मांगने वाले को खाली हांथ नहीं लौटाना चाहिए।